छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति और परम्परा के अनुरूप मनायी जायेगी दीवाली : मोहन मरकाम
रायपुर:
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं
त्यौहार/उत्सव को परम्परागत रूप से मनाये जाने हेतु प्रशासनिक दिशा-निर्देश
दिये जाने के अनुरूप प्रदेश के कांग्रेसजनों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
मोहन मरकाम ने आव्हान किया है कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्परा को धरोहर
के रूप में संजोये रखने का कार्य हम सबको मिलकर करना है, जिससे प्रदेश के
आम जनमानस में सरकार एवं पार्टी संगठन के प्रति सकारात्मक जुड़ाव देखने को
मिलेगा।
छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष
मोहन मरकाम जी ने इस वर्ष दीपावली त्यौहार को हर्सोल्लास के साथ मनाने की
अपील करते हुए कांग्रेसजनों से अपील की गयी है कि
1 छत्तीसगढ़ी सामग्रियों को प्रोत्साहन –
दीपावली की इस त्यौहार में छत्तीसगढ़ी परम्परा एवं संस्कृति अनुरूप
स्थानीय कुम्हारों, हस्तशिल्पियों, बुनकरों एवं अन्य कारीगरों द्वारा बनाये
गए दीये, वस्त्र, सजावट की वस्तुएं, उपहार एवं महिला समूहों द्वारा तैयार
छत्तीसगढ़ी व्यंजन के साथ अन्य वस्तुओं की अधिकाधिक सामग्री खरीदी कर इन
छोटे-छोटे कामों में लगे प्रदेश के लाखों लोगां के जीवन में खुशियां लाने
का प्रयास किया जाए।
2 एक दिया छत्तीसगढ़ महतारी के नाम – दीपावली के इस पावन पर्व पर
दीपावली संध्या में नगर-शहर-कस्बे-गांव के मुख्य चौराहों में छत्तीसगढ़
महतारी का नक्शा सहित पोस्टर लगाकर कांग्रेस पार्टी के बैनरतले स्थानीय
कांग्रेसजनों के साथ गोबर/मिट्टी से बने दिये का उपयोग कर दीप प्रज्वलित
किया जाना है।
3 गौरा-गौरी पूजा का स्वागत – दीपावली त्यौहार के दौरान मनाये जाने
वाली परम्पारागत त्यौहार गौरा-गौरी पूजन पर्व में सम्मिलित होकर कांग्रेसजन
स्थानीय स्तर पर स्वागत करते हुए हर्साल्लास के साथ मनाये ।
4 गोवर्धन पूजा – छत्तीसगढ़ी संस्कृति अनुरूप राज्य में दीपावली
त्यौहार के पश्चात गोवर्धन पूजा की मान्यता तथा परम्परा तथा राज्य सरकार की
महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों में गोवंश की
पूजा कर गौठान दिवस के रूप में गोवर्धन पूजा को मनाया जाना है। राज्य
सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सुराजी गांव योजना के
तहत गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाए जाने के संबंध में प्रशासनिक
दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष जी के निर्देशानुसार दीपावली त्यौहार को छत्तीसगढ़ी परम्परा एवं संस्कृतिनुरूप मनाये जाने हेतु सभी पार्टी के पदाधिकारियों एवं कांग्रेसजनों को निर्देशित किया गया है।