साकार हो रहे अमर शहीद वीर नारायण सिंह के सपने : डॉ. रमन सिंह
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज कहा कि छत्तीसगढ़ के अमर शहीद वीर नारायण सिंह के सपनों को साकार करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। जनता के सहयोग से सरकार उनके सपनों को धरातल पर तेजी से साकार कर रही है। मुख्यमंत्री आज बालोद जिले में घने जंगलों के बीच राजाराव पठार (विकासखंड गुरूर) में सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित वीर मेले में विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने कहा-गांव, गरीब और किसानों के हितों की रक्षा के लिए और ब्रिटिश हुकूमत से देश को आजादी दिलाने के लिए वीर नारायण सिंह के महान संघर्षों को युगों-युगों तक याद किया जाएगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि वीर नारायण सिंह के कठिन संघर्षों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर राज्य के लाखों गरीब परिवारों को सस्ते अनाज के साथ भोजन का अधिकार दिलाया है। किसानों तथा मजदूरों के लिए अनेक योजनाओं की शुरूआत की गई है, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। राज्य को पलायन की पीड़ा से मुक्ति मिली है। यह कार्यक्रम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बालोद जिले की लगभग ढाई हजार महिलाओं को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान कर उन्हें शुभकामनाएं दी। डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में बालोद जिले के विकास के लिए लगभग 30 करोड़ रूपए के 113 निर्माण कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इनमें से 09 करोड़ 03 लाख रूपए के पूर्ण हो चुके 26 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 20 करोड़ 36 लाख रूपए के 87 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप पांच किसानों को आकर्षक शासकीय अनुदान पर सोलर सिंचाई पम्प प्रदान कर बालोद जिले में ‘सौर सुजला योजना’ का शुभारम्भ किया। डॉ. रमन सिंह ने आम सभा में जिले के दूरदराज की बसाहटों में लोगों को चिकित्सा सुविधा दिलाने के लिए चलित चिकित्सा यूनिट का भी लोकार्पण किया। उन्होंने इस यूनिट के वाहन को हरी झंडी दिखाई। आम सभा को कांकेर के लोकसभा सांसद श्री विक्रम उसेंडी, बस्तर के लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप और छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री जी.आर. राना ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में बस्तर एवं दक्षिण आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री भोजराज नाग, गुंडरदेही के विधायक श्री राजेन्द्र राय और कलेक्टर बालोद श्री राजेश सिंह राणा, पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय और छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री देवलाल दुग्गा सहित जिले के अनेक जनप्रतिनिधि, सर्वआदिवासी समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर जिन निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। उनमें दल्लीराजहरा के लिए दो करोड़ 08 लाख रूपए की लागत से निर्मित आई.टी.आई. भवन, ग्राम मंगचुआ में दो करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से निर्मित कॉलेज भवन, जिला मुख्यालय बालोद में जिला न्यायालय के लिए 24 लाख 32 हजार रूपए की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष, डौण्डी में 56 लाख रूपए की लागत से निर्मित तहसील कार्यालय भवन, घुमका में 49 लाख 75 हजार रूपए की लागत से निर्मित हाईस्कूल भवन, ग्राम मुडिया में भी 49 लाख 75 हजार रूपए से निर्मित हाईस्कूल भवन, ग्राम दुधली में 57 लाख 46 हजार रूपए की लागत से और ग्राम टटेंगा में 57 लाख 46 हजार रूपए से निर्मित हाईस्कूल भवन शामिल है। डॉ. सिंह ने इसके अलावा ग्राम कांडे, धुर्वाटोला, दानीटोला और अरमुरकसा में दस-दस लाख रूपए की लागत से नवीन पंचायत भवनों का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने राजाराव पठार की जनसभा में क्षेत्र के चार गांवों – तुएदंड, नारंगसुर, कुमुडकट्टा और धोबेदंड में प्रकाश व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा संयंत्रों का लोकार्पण किया। इन पर 24 लाख 51 हजार रूपए की लागत आयी। डॉ. सिंह ने नहर मरम्मत, स्कूल भवन निर्माण, उप-स्वास्थ्य भवन निर्माण सहित लगभग 20 करोड़ 36 लाख रूपए के 87 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया।