भारत से मुकाबले को चीन लाया यह रॉकेट सीरिज
चीन ग्लोबल स्पेस लॉन्च मार्केट में भारत के साथ अपनी प्रतिस्पर्धा तेज कर रहा है और इसी क्रम में उसने अपनी नई पीढ़ी के कमर्शल कैरियर रॉकेट का अनावरण किया है, यह अपने साथ 1.5 टन का भार ले जा सकता है। चीन की सरकारी मीडिया ने सोमवार को जानकारी दी कि नई ‘लॉन्ग’ रॉकेट सीरिज में ठोस ईंधन वाले रॉकेट शामिल हैं और उनका कोड नेम ‘स्मार्ट ड्रैगन परिवार’ रखा गया है।
घरेलू उद्देश्य के लिए निर्माण
देश की शीर्ष रॉकेट निर्माता चाइना एकेडमी ऑफ लॉन्च वीइकल्स टेक्नॉलजी की वाणिज्यिक इकाई ‘चाइना रॉकेट’ ने रविवार को ‘टेंगलोंग लिक्विड-प्रोपेलेंट रॉकेट’ का अनावरण किया। सरकार द्वारा संचालित ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि रॉकेट की नई सीरिज का उद्देश्य घरेलू और वैश्विक वाणिज्यिक अंतरिक्ष प्रक्षेपण की बढ़ती क्षमता का लाभ उठाना है।
ग्लोबल मार्केट में भारत से पीछे
चीन ने चंद्र मिशन के लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम शुरू किया है और वह 2022 तक अपना स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित कर अपने अंतरिक्ष मिशन को मंगल तक बढ़ाना चाहता है। हालांकि, इसके बावजूद वह वैश्विक वाणिज्यिक रॉकेट बाजार को आकर्षित करने में भारत के मुकाबले पीछे है। ग्लोबल टाइम्स ने 2017 में एक लेख में चेतावनी दी थी कि वाणिज्यिक अंतरिक्ष उद्योग में चीन का अंतरिक्ष उद्योग भारत से पीछे है। लेख में कहा गया था कि भारत द्वारा सफलतापूर्वक 104 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने की घटना चीन के वाणिज्यिक अंतरिक्ष उद्योग के लिए जागने का वक्त है और कई ऐसे सबक हैं, जिन्हें चीन सीख सकता है।
Source: International