भगवान के लिए अपना काम करें और संसद चलने दें: प्रणब
नई दिल्ली : नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में चल रहे गतिरोध पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को चिंता जताई। उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि भगवान के लिए अपना काम करें और संसद को चलने दें क्योंकि आप संसद में कामकाज चलाने के लिए हैं।
बाधा स्वीकार्य नहीं: रक्षा संपदा दिवस पर मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनाव सुधार विषय पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि संसदीय प्रणाली में कामकाज में बाधा डालना पूरी तरह अस्वीकार्य है। लोग अपने प्रतिनिधियों को बोलने के लिए भेजते हैं, धरने पर बैठने के लिए नहीं, और न ही सदन में दिक्कतें पैदा करने के लिए। उन्होंने कहा कि संसद में चल रहे गतिरोध को स्वीकार नहीं किया जा सकता। प्रणब मुखर्जी ने यह तीखी टिप्पणी ऐसे वक्त में की हैं जब पिछले 17 दिनों से नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में गतिरोध जारी है।
सबकी जिम्मेदारी: राष्ट्रपति ने कहा कि पूरे साल में महज चंद हफ्ते ही संसद का सत्र आयोजित होता है। उन्होंने साफ किया कि वह किसी खास पार्टी या व्यक्ति पर निशाना नहीं साध रहे, क्योंकि संसद चलाना सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि तथ्य है कि यह (बाधा) आम बात हो गई है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। चाहे कितने भी मतभेद हों, हमारे पास अपनी बात खुलकर कहने का मौका होता है। कोई भी अदालत सदन में कही गई बातों में दखल नहीं दे सकती। इसलिए बाधाएं पैदा कर इस तरह की आजादी का गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।