क्यूबा में नहीं होगा फिदेल कास्त्रो का कोई स्मारक : राष्ट्रपति
सैंटियागो, रायटर। क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो के पार्थिव शरीर को यहां के कब्रिस्तान में दफना दिया गया। द्वीप देश पर दशकों तक शासन करने वाले क्यूबा के स्टार ने इसी शहर से क्रांति का सूत्रपात किया था। राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने कहा है कि फिदेल के नाम पर देश में कोई भी स्मारक नहीं बनाया जाएगा। न तो उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी और न ही किसी सार्वजनिक स्थल को उनका नाम दिया जाएगा यही फिदेल की इच्छा थी।
एक सप्ताह तक श्रद्धांजलि और रैलियों के बाद रविवार को एक जीप से फिदेल के पार्थिव शरीर को सांता इफिगेनिया कब्रिस्तान ले जाया गया। 90 वर्षीय फिदेल का निधन 25 नवंबर को हुआ था। एक सादे समारोह में फिदेल को क्यूबा की आजादी के हीरो जोस मार्टी की कब्र के पास दफनाया गया है।
क्यूबा के राष्ट्रपति राउल ने अपने बड़े भाई फिदेल के सम्मान में शनिवार की रात अंतिम रैली का नेतृत्व किया था। सैंटियागो क्रांति प्लाजा में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए राउल ने कहा, ‘फिदेल के पार्थिव के सामने हम पितृभूमि और समाजवाद की रक्षा की कसम खाते हैं। उन्होंने यही साबित किया, हम भी करेंगे। हम भी क्यूबा में समाजवाद के निर्माण आने वाली किसी भी रुकावट, खतरे और बाधा पर विजय पाएंगे।’
फिदेल कास्त्रो के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए बोलीविया के राष्ट्रपति इवो मोरालेस, निकारागुआ के नेता डेनियल ओर्टेगा, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो, ब्राजील के दो पूर्व राष्ट्रपति डिल्मा राउसेफ और लूला दा सिल्वा पहुंचे थे।