नीतीश बोले-भाजपा से हमारी नजदीकी की अटकलें बकवास
नई दिल्ली : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा से नजदीकी की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि महागठबंधन में कोई समस्या नहीं है। बिहार में महागठबंधन सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। शनिवार को मुख्यमंत्री ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि महागठबंधन उस समय के हालात के हिसाब से बनाया था। लेकिन कानून के शासन के मामले में कभी कोई समझौता नहीं होगा।
नीतीश ने कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक महागठबंधन जरूरी है। हालांकि देश में फिलहाल गैर भाजपा गठबंधन बनाने की गंभीर कोशिश नहीं दिख रही है। ऐसा हो जाता तो अच्छा रहेगा। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि जिन लोगों का किसी भी मुद्दे पर कोई रुख नहीं होता, उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने का कोई मतलब नहीं है। पासवान वहीं आदमी हैं जिन्होंने पाकिस्तान की यात्रा के दौरान वहां के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के सामने अपना परिचय उस शख्स के रूप में दिया था जिसने गुजरात दंगे के बाद भाजपा से अपना गठबंधन तोड़ दिया था। अब वे फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं तो इस तरह की बातें कर रहे हैं। वैसे हर व्यक्ति मर्जी से कुछ भी बोलने के लिए स्वतंत्र है। तरह-तरह की बातें होती हैं। हम ऐसी किसी खबर का खंडन नहीं करेंगे क्योंकि ऐसा करना 50% पुष्टि करने जैसा है।
नीतीशने साफ तौर पर कहा कि नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय का वे इसलिए समर्थन कर रहे हैं क्योंकि यह देशहित में है। इससे कालाधन निकलेगा। लेकिन कालाधन को पूरी तरह से खत्म करने के लिए दो नंबर का काम बंद होना जरूरी है। इसका खात्मा सिर्फ नोटबंदी से नहीं हो सकता है। काले धन का एक बड़ा हिस्सा शराब कारोबार में लगता है। इसलिए प्रधानमंत्री को देश भर में शराबबंदी भी लागू करनी चाहिए। नोटबंदी के अलावा अब उनको बेनामी सम्पति पर भी कार्रवाई करनी होगी।