भारतीय अर्थव्यवस्था डिजिटल होनी चाहिए: बिल गेट्स
नई दिल्ली :माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और जाने-माने आईटी विशेषज्ञ बिल गेट्स का कहना है कि नोटबंदी पर उनकी कोई राय नहीं है लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल तकनीक अपनाना बेहद जरूरी है। गेट्स ने यह बात देश के चुनिंदा वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में कही। हालांकि इसके पहले उन्होंने नीति आयोग के एक कार्यक्रम में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की तारीफ की थी।
गेट्स ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले से भारत में शैडो अर्थव्यवस्था को खत्म करने में मदद मिलेगी और नगदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर देश आगे बढ़ सकेगा। बिल गेट्स ने कहा कि हर क्षेत्र में तकनीकी का इस्तेमाल आर्थिक और स्वास्थ्य दोनों दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने जानकारी दी कि बिल-मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन उत्तर प्रदेश और बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई अहम कार्य कर रहा है। उनका कहना था कि फाउंडेशन का प्रयास भारत को कुपोषण की समस्या से निजात दिलाना है।
गेट्स ने कहा कि कुछ राज्यों ने स्वास्थ्य और कुपोषण के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया है लेकिन कुछ राज्यों को इसमें और अधिक काम करने की जरूरत है। गेट्स का कहना था कि यदि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था पर आश्चर्यजनक रूप से बोझ बढ़ाएगा।
बिल गेट्स ने कहा कि भारत को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए और एक ऐसा तकनीकी वातावरण बनाना चाहिए जिससे देश वैश्विक चुनौतियों का आसानी से सामना कर सके। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व की निगाहें भारत पर हैं कि वह कैसे इनोवेशन के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करता है। उन्होंने भारत सरकार की स्टार्ट-अप इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान की भी सराहना की।