अध्यापक संघर्ष समिति ने तिरंगा यात्रा निकाल कर सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर. अध्यापक संघर्ष समिति ने पूर्व से प्रस्तावित २५ सितंबर को बरसते पानी में अपनी तिरंगा यात्रा निकाली यह तिरंगा यात्रा नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन अपर कलेक्टर राजेश जैन को सौंपा. ज्ञापन में अध्यापकों ने महत्वपूर्ण मांगों में कहा है कि शिक्षा विभाग में संविलियन, विसंगति रहित समय वेतनमान (छठवां) ०१ सितंबर १३ से प्रदान किया जाये एवं अन्य कर्मचारियों के समान सातवां वेतनमान दिया जाये इसके साथ अन्य मांगों में २००५ के पूर्व नियुक्त अध्यापक संवर्ग को पुरानी पेंशन प्रणाली एवं उपादान का लाभ दिया जाये.
क्रमोन्नति में पदोन्नति वेतनमान का, अनुकंपानियुक्ति में नियमों में शिक्षा के अधिकार में शिथिल करते हुए अध्यापकों को अन्य कर्मचारियों के समान समस्त सुविधाए दिये जाये. बंधन सहित स्थानंतरण नीति, नवीन पेंशन प्रणाली अंतर्गत होने वाली कटौती को शाला के माध्यम से कराई जाये. सेवा एवं भर्ती की शर्ते नियम २००८ के अनुसार शिक्षकों के समान अवकाश व अन्य सुविधाएं बहाल की जाये. गुरूजी को अध्यापक नियुक्त दिनांक से वरिष्ठता दी जाये.
अनुतीर्ण गुरूजी को २०११ से संविदा शिक्षक बनाया जाये. वरिष्ठ अध्यापक बिना परीक्षा लिये प्राचार्य पद पर पदोन्नति के साथ राज्य शिक्षा सेवा का गठन, वरिष्ठ अध्यापकों को ३६ सौ ग्रेड पे दिये जाने के फलस्वरूप राजपत्रित अधिकारी का दर्जा व आहरण संवितरण अधिकार प्रदान किया जाये. अतिथि शिक्षकों को गुरूजी की भांति संविदा शिक्षक के पदों पर नियुक्त किया जाये.
इसके साथ ही अध्यापकों ने कुछ सुधार की बातें कही है. संविदा शिक्षक पद पर नियुक्तियां बंद कर अध्यापक के पद पर ही परीवीक्षा में भर्ती की जाये, शासकीय विद्यालयों के निजीकरण न किया जाये. प्रदेश के विद्यालयों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाये. इसके साथ अन्य बिन्दुओं के संबंध में लिखा है. ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष शासकीय अध्यपक संघ श्रीनिवास तिवारी, राज्य अध्यापक संघ जे.जे. तिवारी, संविदा सह अध्यापक संघ बृजेशनाथ मिश्रा, आजाद अध्यापक संघ विश्वासराज शुक्ला सहित सभी संगठनों के अध्यापक संवर्ग के लोग मौजूद रहे.