ब्रम्होस जैसी तकनीक चीन और पाकिस्तान के पास भी नहीं- रक्षा विशेषज्ञ

ब्रम्होस जैसी तकनीक चीन और पाकिस्तान के पास भी नहीं- रक्षा विशेषज्ञ
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नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने जल, थल और वायु से लॉन्च करने वाली पहली बार सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रम्होस के सुखोई विमान का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया। इससे पहले भारत ने रूस की मदद से इस मिसाइल को जल और थल से लॉन्च करने का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। ब्रम्होस मिसाइल की सफलता के बाद रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि इस परीक्षण से सीमा पर दूर से किसी लक्ष्य को निशाना बनाने की क्षमता में बढ़ोत्तरी हुई है।

रक्षा विशेषज्ञ के उदय भास्कर के अनुसार, अगर सुखोई जैसे लड़ाकू विमान से ब्रम्होस को लॉन्च किया जाता है तो ना सिर्फ इसकी रेंज और मारक क्षमता बढ़ेगी, बल्कि लंबी दूर और ऊंचाई दोनों स्तरों पर स्वाभाविक रूप से बढ़ जाएगी। ब्रह्मोस को दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक मिसाइल माना जाता है, जिसकी रफ़्तार 2.8 मैक है। इस सफलता के बाद भारत दुनिया का वो पहला देश बन गया है जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को किसी भी फाइटर जेट से लॉन्च कर सकता है।

रक्षा विशेषज्ञ उदय भास्कर ने कहा कि चीन के पास सामान्य क्रूज मिसाइल हो सकती है, जो भारत के पास भी है लेकिन एयर लॉन्च्ड क्रूज मिसाइल की तकनीक पाकिस्तान और चीन दोनों के पास भी नहीं है। भारतीय वायुसेना के इस सफल लॉच पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने बधाई दी है, उन्होने ब्रह्मोस के सफल लॉच पर डीआरडीओ को बधाई दी है। डीआरडीओ के चेयरमैन डॉक्टर एस क्रिस्टोफर, सचिव व अन्य शीर्ष अधिकारियों ने भी इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी।

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