बुजुर्गों की सेवा और सुरक्षा के समुचित प्रबंध होंगे : मुख्यमंत्री चौहान

बुजुर्गों की सेवा और सुरक्षा के समुचित प्रबंध होंगे : मुख्यमंत्री चौहान
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

भोपाल :मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश सरकार बुजुर्गों को मजबूर नहीं रहने देगी। उनकी सुरक्षा और सेवा के सभी जरूरी कार्य किये जाएंगे। इसके लिये नई योजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों, कस्बों और बड़े गाँवों में अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों की जानकारी संकलित कर उसे सूचीबद्ध किया जाएगा ताकि उनकी सेवा और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हो सकें। बुजुर्गों की मदद के लिये हेल्प लाइन भी बनायी जाएगी, शासकीय कार्यक्रमों में कन्या पूजन के साथ ही क्षेत्र के सबसे बुजुर्ग का सम्मान भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री निवास में शीघ्र ही वृद्धजन पंचायत भी होगी। श्री चौहान आज प्रशासन अकादमी में अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की ‘सिंगल क्लिक से वितरण योजना’ का शुभारंभ भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिंगल क्लिक पेंशन वितरण योजना की सराहना करते हुए कहा कि इसे और बेहतर बनाने के प्रयास किये जाए। तकनीक का इस्तेमाल मानवीय संवेदनाओं के साथ हो। बुजुर्गों के खातों में तत्काल राशि पहुँचाने की व्यवस्था की पूरी सफलता तभी है, जब बैंक के खाते में पेंशन पहुँचने के दो से तीन दिनों के भीतर राशि वृद्धजन के हाथों में पहुँच जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि पंचायत, पोस्ट ऑफिस और बैंक संयुक्त रूप से विचार कर, ऐसी व्यवस्था बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सबसे पहले बुजुर्गों के साथ है। उम्र के साथ होने वाले बदलावों के साथ भी जीवन आनंद, प्रसन्नता और खुशी के साथ जिया जाए। समाज में बुजुर्गों का सम्मान बना रहे। इसके लिये समाज को आगे आना होगा। सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी।

श्री चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति बुजुर्गों के सम्मान पर आधारित है। आश्रम व्यवस्था के माध्यम से पूरा समाज लाभान्वित होता था। ओल्ड एज होम पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव का परिचायक है। उन्होंने कहा कि जमाना बदल रहा है। आज के माँ-बाप एक-डेढ़ वर्ष की आयु के शिशुओं को भी झूला घर में छोड़ रहे हैं। ऐसे बच्चे माँ-बाप को वृद्धाश्रम में छोड़ेंगे कि नहीं, इस पर समाज को चिंतन करना होगा। दादा-दादी परिवार के साथ रहने चाहिए, इसे समझना होगा। श्री चौहान ने अपने बचपन का स्मरण किया। अपनी दादी के विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख करते हुए बताया कि संयुक्त परिवार में बच्चों के लालन-पालन में दादी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती थी। परिवार के सभी महत्वपूर्ण निर्णय परिवार के बुजुर्गों द्वारा ही लिये जाते थे।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सौ वर्ष की आयु प्राप्त बुजुर्ग श्रीमती पुनिया बाई और श्री कन्हैयालाल को वृद्धजन सम्मान के प्रतीक स्वरूप मंचासीन करवाया। कार्यक्रम में उपस्थित शतायु प्राप्त बुजुर्गों के पास पहुँचकर स्वयं उनका सम्मान किया। सिंगल क्लिक पेंशन योजना व्यवस्था में सहयोगी सामाजिक न्याय विभाग, नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर और सेंन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों, प्रबंधकों और कार्यपालकों को प्रमाण पत्र दिये। इसके पूर्व अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आयोजित चित्र प्रदर्शिनी का अवलोकन भी किया। वरिष्ठ फोटोग्राफर श्री शरद श्रीवास्तव की यह चौथी छायाचित्रों की फोटो प्रदर्शनी है।

पंचायत एवं सामाजिक न्याय मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि वृद्ध माता-पिता की उपेक्षा अमानवीय कृत्य है। ऐसा करने वालों के विरुद्ध सरकार दंडात्मक कार्रवाई करेगी। उन्होंने अमेरिकावासी पुत्र की मुम्बई में रहने वाली माता की मृत्यु की जानकारी छह माह बाद मिलने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसा नहीं होने पाए, इस दिशा में ठोस प्रयास जरूरी है। समाज विशेषकर युवा पीढ़ी का दायित्व है कि वृद्ध माता-पिता आनंद भाव के साथ जीवन जियें। उन्होंने कहा कि सरकार ने पेंशन वितरण व्यवस्था को पारदर्शी, त्वरित और अधिक बेहतर बनाने के क्रम में सिंगल क्लिक पेंशन योजना लागू की है। ऐसी व्यवस्था करने में देश में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है। श्री भार्गव ने इस व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव भी आमंत्रित किये।

प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय श्री अशोक शाह ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के संबंध में बताया कि सरकार द्वारा वृद्धजनों को अधिक से अधिक खुशी देने का प्रयास किया गया है। संगीतमय सुबह, सैर, स्वादिष्ट स्वल्पाहार और स्वास्थ्य परीक्षण के कार्यक्रम आयोजित किये गये है। सिंगल क्लिक योजना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश ने दस प्रकार की पेंशन योजनाओं के पैंतीस लाख हितग्राहियों के बैंक खाते में एक बटन दबाते ही पेंशन की राशि जमा करने की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि पहले पेंशन स्वीकृति प्रक्रिया में करीब छह हजार हस्ताक्षर होते थे। यह कार्य अब मात्र एक हस्ताक्षर से हो रहा है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सामाजिक न्याय विभाग के कलापथक दल ने मध्यप्रदेश गान की प्रस्तुति दी। अतिथियों ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्य वरिष्ठ नागरिक कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री व्ही.जी. धर्माधिकारी, उपाध्यक्ष श्री विभीषण सिंह, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक श्री अजय व्यास एवं बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

watchm7j

Leave a Reply

Your email address will not be published.