आजाद का बयान दोस्ताना नहीं

आजाद का बयान दोस्ताना नहीं
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पटना : जदयू ने मंगलवार को जहां एक ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ दिये गये बयान का करारा जवाब दिया, वहीं दूसरी तरफ दो टूक कहा कि मौजूदा एनडीए के साथ उसकी मित्रता का सवाल ही नहीं है.

जदयू ने यह भी साफ किया कि वह 17 जुलाई के बाद किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस समेत गैर भाजपा दलों के साथ खड़ा होगा और संसद के बाहर व भीतर सरकार को घेरने की साझा रणनीति बनायेगा. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद का बयान कहीं से दोस्ताना नहीं है. उन्होंने कहा कि जदयू कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के किसी भी फैसले से असहमत हाेता है, तो उनके खिलाफ ऐसे बयान नहीं देता है.

त्यागी ने गुलाम नबी आजाद को ऐसे बयानों से परहेज करने की नसीहत दी और कहा कि इसे जदयू बरदाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में पहले दिन से एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद अंकगणित के हिसाब से मजबूत उम्मीदवार हैं. उनके पास 60% से अधिक वोट हैं. ऐसे में मीरा कुमार को पराजित होने के लिए ही कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है, जबकि नीतीश कुमार पर बिहार की बेटी को पराजित करने के लिए कोविंद का साथ दिये जाने का आरोप मढ़ा जा रहा है.

एक सवाल पर त्यागी ने कहा कि हमारी पार्टी अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई वाले एनडीए में सहज महसूस करती थी. उस एनडीए में जार्ज फर्नांडीस, रामविलास पासवान, शरद यादव, नीतीश कुमार और दिग्विजय सिंह मंत्री थे. उस एनडीए के एजेंडे में रामजन्म भूमि और बाबरी मसजिद मसला, धारा 370 और समान नागरिक संहिता जैसे विवादित मुद्दे नहीं थे. जबकि आज के एनडीए के एजेंडे में ये सारे विवादित मुद्दे माैजूद हैं. ऐसे में मौजूदा एनडीए से किसी भी हाल में मित्रता नहीं हो सकती.

लालू ने फोन पर की नीतीश से बात

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जदयू और राजद की तल्खी के बीच मंगलवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की. फोन पर हुई बातचीत का आधिकारिक ब्योरा नहीं मिल पाया, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि अपने-अपने दलों में पार्टी नेताओं को बेवजह बयानबाजी करने से रोकना होगा. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने नेताओं को पार्टी लाइन से अलग कोई बयान न देने का निर्देश दिया. वहीं, लालू प्रसाद ने भी यही निर्देश अपने नेताओं को दिया है.

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