संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही 14 मार्च तक स्थगित, बजट सत्र का पहला चरण पूरा हुआ

संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही 14 मार्च तक स्थगित, बजट सत्र का पहला चरण पूरा हुआ
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नई दिल्ली : लोकसभा और राज्यसभा (Rajyasabha) की कार्यवाही शुक्रवार को आगामी 14 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई और इस तरह दोनों सदनों में बजट सत्र (Budget Session) का पहला चरण सम्पन्न हो गया। लोकसभा (Loksabha) की अगली बैठक अब 14 मार्च को शाम चार बजे और उच्च सदन की अगली बैठक इसी दिन सुबह 10 बजे शुरू होगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने सदन में सुचारू कामकाज के लिए सदस्यों का आभार व्यक्त किया और बताया कि इस दौरान कार्य उत्पादकता 121 प्रतिशत रही।

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में जिस तरह से कामकाज हुआ, उसे लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जतायी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बजट सत्र के पहले चरण में हुए कामकाज का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को कहा, ‘सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के लिए आवंटित 12 घंटे के समय के स्थान पर 15 घंटे 13 मिनट चर्चा हुई जिसमें 60 सदस्यों ने भाग लिया। 60 अन्य सदस्यों ने अपने लिखित भाषण सभा पटल पर रखे।’

121 प्रतिशत की उच्च कार्य उत्पादकताउन्होंने कहा कि इसी प्रकार, आम बजट पर सामान्य चर्चा के लिए आवंटित 12 घंटे के स्थान पर कुल 15 घंटे 33 मिनट चर्चा हुई जिसमें 81 सदस्यों ने भाग लिया और 63 अन्य सदस्यों ने अपने लिखित भाषण सभा पटल पर रखे। बिरला ने बजट सत्र के प्रथम चरण में सभी सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और सकारात्मक सहयोग को रेखांकित करते हुए कहा, ‘कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बावजूद सांसदों ने सदन में देर रात तक कार्य करते हुए अपने संवैधानिक दायित्वों को प्रतिबद्धता के साथ निभाया, जिससे हम 121 प्रतिशत की उच्च कार्य उत्पादकता प्राप्त कर सके।’

उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी सदस्यों ने सदन को संचालित करने में अपना सकारात्मक सहयोग दिया तथा सभी विषयों पर व्यापक चर्चा-संवाद हुआ। बिरला ने सदस्यों से कहा, ‘यह परम्परा हमारे लोकतंत्र को सशक्त बनाती है। ऐसे समृद्ध संवाद से हमारी संसदीय प्रणाली भी और मजबूत होती है। देश के नागरिकों का भी लोकतांत्रिक संस्थाओं में भरोसा और विश्वास बढ़ता है। इसके लिए मैं आप सभी माननीय सदस्यों को साधुवाद देता हूं।’

एक बार भी शोरगुल के चलते स्थगित नहीं हुआ सदनउन्होंने यह भी कहा, ‘मुझे आशा है कि आपका सकारात्मक सहयोग भविष्य में ऐसे ही मिलता रहेगा।’ राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने कहा कि इस दौरान एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब सदन को (व्यवधान और शोरगुल की) विवशता के कारण स्थगित करना पड़ा हो। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में निर्धारित समय से आधे घंटे अधिक कामकाज हुआ।

हरिवंश ने कहा कि इसका श्रेय सदन के प्रत्येक सदस्य को जाता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण सदस्य राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग ले सके। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के पहले चरण में सदन में 51 तारांकित प्रश्न पूछे गए वहीं विशेष उल्लेख के जरिए करीब 50 मुद्दे एवं शून्यकाल में लोक महत्व के 71 मुद्दे उठाये गये। उपसभापति ने सदन के सभी वर्गों को सकारात्मक भावना के साथ कामकाज करने पर बधाई दी और उम्मीद जताई कि आगे भी सदन इसी भावना के साथ काम करता रहेगा।

31 जनवरी को शुरू हुआ था बजट सत्रउल्लेखनीय है कि संसद के बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई थी। उसी दिन दोनों सदन में आर्थिक समीक्षा पेश की गई थी। एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया। दो फरवरी से दोनों सदनों में पहले राष्ट्रपति अभिभाषण और फिर आम बजट पर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात फरवरी को लोकसभा में और आठ फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया था। वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पर हुई चर्चा का जवाब गुरुवार को लोकसभा में और शुक्रवार को राज्यसभा में दिया। बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आठ अप्रैल तक चलने का कार्यक्रम है जिसमें अनुदान की मांगों, विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक को पारित करने के साथ अन्य विधेयकों को लिया जा सकता है।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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