…तो क्या राजनीतिक पार्टियां कर पाएंगी पब्लिक रैली और रोडशो, चुनाव आयोग सोमवार को लेगा फैसला

…तो क्या राजनीतिक पार्टियां कर पाएंगी पब्लिक रैली और रोडशो, चुनाव आयोग सोमवार को लेगा फैसला
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नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं लेकिन उसी बीच कोरोना महामारी के केस भी देश में बढ़ने लगे। इसी बीच इलेक्शन कमीशन (Election Rally Allow Or Not) ने 31 जनवरी तक रैलियों और रोड शो में बैन लगा रखा था। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया सोमवार को स्थिति का आकलन करने के लिए बैठक करने जा रहा है। इस बैठक के बाद ये तय किया जाएगा कि क्या राजनीतिक पार्टियां रैलियां करेंगी या नहीं। इससे पहले चुनाव आयोग (Chunav Aayog Public Rally News) ने 22 जनवरी को रोक को आगे बढ़ाते हुए 31 जनवरी तक रैलियों को बैन कर दिया था। हालांकि अब राजनीतिक पार्टियों को उम्मीद है कि चुनाव आयोग प्रतिबंध हटा देगा। देश के कई राज्यों में खासतौर पर दिल्ली, मुंबई, यूपी में कोरोना की रफ्तार घटी है। इसको देखते हुए पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि ये बैन हट सकते हैं।

चुनाव आयोग ने लगाई थी रोकअधिकारी ने कहा, ‘बेंच कोई भी फैसला लेने से पहले हर सुझाव पर विचार करेगी।’ वर्चुअल बैठक में मतदान वाले राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी और स्वास्थ्य सचिवों के मौजूद रहने की संभावना है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आदेश के अनुसार 31 जनवरी तक किसी भी रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं थी।

पांच राज्यों में होने है चुनावगोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से सात चरणों में होंगे। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी। चुनाव आयोग ने 10 फरवरी सुबह 7 बजे से 7 मार्च शाम 6:30 बजे तक किसी भी तरह के एग्जिट पोल पर रोक लगा दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस दौरान न तो एग्जिट पोल प्रिंट मीडिया में छापा जाएगा और न ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इसके प्रसारण की इजाजत होगी।

एग्जिट पोल पर रोक इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को दो साल तक की सजा या जुर्माना अथवा दोनों ही दंड दिया जा सकता है। इसके अलावा जहां मतदान होना है। उसके 48 घंटे पहले से ही किसी भी तरह का एग्जिट पोल दिखाए जाने पर आयोग ने रोक लगा दी है। यूपी में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है। ऐसे में आयोग के आदेश के मुताबिक 8 फरवरी से किसी भी तरह का एग्जिट पोल न तो प्रकाशित किया जाएगा और न ही उसका प्रसारण किया जाएगा।

पार्टियों को उम्मीदएक फरवरी से चुनाव प्रचार तेज होने वाला है, क्योंकि पार्टियों को उम्मीद है कि आयोग प्रचार के लिए छूट दे सकता है। इसी उम्मीद में प्रत्याशियों ने तैयारियों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन के पास भी रैली और जनसभा के लिए आवेदन आ रहे हैं। मुरादनगर विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर चंद्रेश कुमार का कहना है कि मैदान में कार्यक्रम के लिए कई राजनीतिक पार्टियों के आवेदन आ रहे हैं। ‘पहले आओ और पहले पाओ’ के तहत ही परमिशन दी जा रही है।

गाजियाबाद में ये आएंगे स्टार प्रचारक!कांग्रेस, बीजेपी, बीएसपी, सपा-रालोद की तरफ से कई स्टार प्रचारक गाजियाबाद में एक से लेकर 7 फरवरी के बीच आ सकते हैं। कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष कार्तिक कौशिक का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, दीपेंद्र हुड्डा, भूपेंद्र सिंह बघेल, हरीश रावत, राज बब्बर का कार्यक्रम होगा। इन सभी का जल्द ही क्लियरेंस मिल जाएगा। वहीं, बीजेपी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा का कहना है कि चुनाव आयोग से छूट मिलने पर स्टार प्रचारक हर विधानसभा में आएंगे। इसके लिए हर विधानसभा के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है। हर दिन हर विधानसभा में प्रचार और अधिक तेज किया जाएगा। सपा के महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी का कहना है कि मतदान के अंतिम सप्ताह में प्रचार में जोर लगाया जाएगा, क्योंकि इसमें चुनाव आयोग से छूट मिलने की पूरी उम्मीद है।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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