युवा योग व उद्योग में लग जायें : श्रीश्री रविशंकर

युवा योग व उद्योग में लग जायें : श्रीश्री रविशंकर
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देवघर : झारखंड में बड़ी संभावनाएं हैं. प्राकृतिक संपदा से अमीर है पर यहां के लोग गरीब हैं. यहां की प्राकृतिक संपदा का सदुपयोग हो. तभी झारखंड का विकास होगा. यहां के युवाओं के कौशल का विकास हो. आह्वान होगा कि युवा योग व उद्योग में लग जाये. उक्त बातें आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने देवघर कॉलेज मैदान स्थित कार्यक्रम स्थल पर प्रेस कांफ्रेंस में कही.

रीश्री देवघर में शिवधरा महासत्संग में शिरकर करने से पूर्व पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि झारखंड में वे कौशल विकास के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं. इसके माध्यम से युवाओं को दक्ष बनाने की मुहिम चलायेंगे. प्रेरणा देना उनका काम है, वे हमेशा युवाओं को प्रेरणा देते रहेंगे.

* झारखंड में शांति का माहौल कायम हुआ है

नक्सलवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि करीब नौ साल पहले वे झारखंड के लातेहार जेल गये थे. उन्होंने नक्सलियों से आह्वान किया था कि वे बुलेट छोड़ बैलेट की राह पकड़ें. श्रीश्री ने कहा कि दस साल पहले हर चुनाव में यहां खून खराबा, गोलीबारी होती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं है. नक्सलियों ने शांति का मार्ग पकड़ा, हम उन्हें बधाई देते हैं. अब झारखंड का माहौल बदला है. यहां शांति का माहौल बना है. विकास हो रहा है. इसमें हम भी सहयोग करेंगे.

* देशद्रोह की विचारधारा पर रोक लगे

श्रीश्री ने कहा कि भारत में कभी भी अभिव्यक्ति की आजादी पर बंदिश नहीं लगी है. लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देशद्रोही की विचारधारा पर रोक लगनी चाहिए.

* नदियों को प्रदूषणमुक्त करने के लिए करेंगे काम

श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि उनकी संस्था नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए देश भर में अभियान चला रही है. झारखंड बहुत सालों बाद आये हैं. यहां भी देखेंगे. नदियों को प्रदूषणमुक्त करने के लिए काम करेंगे.

* तनावमुक्त जीवन जीयें लोग

श्रीश्री ने देवघर के लोगों को संदेश दिया कि देवघर के नाम के हिसाब से सात्विक वातावरण बने. वे पहली बार देवघर आये हैं. लोगों से यही कहेंगे कि अपने देवघर को लोग स्वच्छ रखें और तनावमुक्त जीवन जीयें. क्योंकि आज कर बीपी, हर्ट, डिप्रेशन आदि बीमारियां लोगों में बढ़ गयी है. इसे दूर करने के लिए काम करने की जरूरत है.

* स्थानीय लोग चाहें तो आश्रम स्थापित करें

एक सवाल पर श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग या वे स्वयं कहीं भी आश्रम स्थापित नहीं करते हैं. हां यदि स्थानीय लोग चाहें तो आश्रम स्थापित करें. हम स्वागत करेंगे.

* 450 स्कूल नक्सल प्रभावित इलाके में चल रहे हैं

श्रीश्री ने कहा कि वे शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. 450 स्कूल नक्सल प्रभावित इलाके में चल रहे हैं. जिसमें लगभग 53 हजार बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं. संताल परगना में भी कई शिक्षण संस्थान व संस्थाएं चल रीह है. शिक्षा के क्षेत्र में काम करेंगे.

* जैविक खेती को देंगे बढ़ावा

उन्होंने कहा कि जैविक खेती पर हम जोर दे रहे हैं. हमारे काफी लोग इस पर काम कर रहे हैं. लोगों को प्रशिक्षण देंगे. कार्यक्रम निकाले हैं. नये तरीके से खेती सिखायेंगे. 250 ग्राम एक एकड़ में बीज बोयेंगे. एक-एक बीज में 15-20 बालियां लगेगी. उत्पादन अधिक है, खर्चा भी कम है. ये नयी तकनीक को किसानों के साथ बाटेंगे. बीज साधारण है, पर बोने का तरीका अलग है. वह किसानों को बतायेंगे.

* नशामुक्त भारत के लिए प्रयास करते रहेंगे

श्रीश्री रविशंकर ने कहा नशामुक्त भारत के लिए वे सतत प्रयास करते रहेंगे. साथ ही नारी सशक्तिकरण की दिशा में भी आर्ट ऑफ लिविंग काम कर रहा है. इस अवसर पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, विधायक नारायण दास, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणिशंकर, निशांत जी, पवन टमकोरिया सहित कई लोग मौजूद थे.

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