छठ में सुविधा न देने पर BJP का तंज- ठाकरे सरकार का नया नारा 'तुम्हारा त्यौहार- तुम्हारी जिम्मेदारी'
मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष और पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने आज छठ आयोजन को लेकर राज्य की अघाड़ी पर निशाना साधा और कहा कि कोरोना काल में महाराष्ट्र सरकार ने जिस तरह ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ कह कर जनता को उसके हाल पर छोड़ दिया था।
उसी तरह असंवेदनशीलता की हद पार कर गई ठाकरे सरकार ने छठ व्रतियों को भी भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। मिश्र ने कहा कि हिंदी भाषियों के प्रति उनके मन में विद्वेष है जिस की वज़ह से ” जैसा नया नारा देने का संकेत राज्य सरकार दे रही है।
सरकार ने पल्ला झाड़ा
बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में दिवाली के बाद छठ पूजा का प्रारंभ होता है। मुंबई और इसके आसपास भी बड़े पैमाने पर इसे मनाया जाता है। मिश्र ने कहा कि 8 नवंबर नहाय खाय से यह व्रत शुरू होगा। लेकिन महाराष्ट्र की राज्य सरकार ने इस त्यौहार में सुविधा उपलब्ध कराने से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
संतान की प्राप्ति एवं उसके सुखी जीवन के लिए हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है। यह व्रत मुख्यत: तीन दिनों का होता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा होती है, इसलिए इसे सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है। हर वर्ष दिवाली से छठे दिन छठ पूजा का आयोजन होता है। इस वर्ष छठ पूजा 10 नवंबर दिन बुधवार को है। 9 नवंबर को खरना होगा जिसमें व्रती शाम को खीर खा कर 36 घंटे का यह कठिन व्रत शुरू करेंगे।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स