चीन को मिलेगा जवाब, एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम और टू फ्रंट वॉर पर क्या बोले एयरफोर्स चीफ

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नई दिल्ली
इंडियन एयरफोर्स चीफ ने कहा कि चीन अपने इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट की वजह से फॉरवर्ड एरिया में तेजी से तैनाती कर सकता है हालांकि इसका एयरफोर्स के एयर ऑपरेशंस में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। एयरफोर्स चीफ एयरचीफ मार्शल वी आर चौधरी ने ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर हालात के बारे में पूछे गए एनबीटी के सवाल पर यह बात कही। चौधरी ने कहा कि चीन अपना इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से बढ़ा रहा है इससे उनकी फॉरवर्ड डिप्लॉयमेंट तेज हो सकती है।

टू फ्रंट वॉर से निपटने में सक्षम
एलएसी के दूसरी तरफ चीन के एयरफील्ड में भी चीनी एयरफोर्स की तैनाती बनी हुई है लेकिन इससे हमारे एयर ऑपरेशंस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, हमारी पूरी तैयारी है। उन्होंने कहा कि डिसइंगेजमेंट को लेकर बातचीत चल ही रही है। चीन-पाकिस्तान की मिलीभगत और टू फ्रंट वॉर की संभावना पर एयरफोर्स चीफ ने कहा कि उनकी पार्टनरशिप से डरने की कोई बात नहीं है लेकिन यह चिंता है कि वेस्टर्न टेक्नॉलजी पाकिस्तान से लेकर चीन तक को मिल रही है। उन्होंने कहा कि हम टू फ्रंट वॉर से निपटने में सक्षम हैं।

एयरफोर्स चीफ ने कहा कि एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम इस साल एयरफोर्स में शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यूटिलिटी हेलिकॉप्टर चेतक और चीता को रिप्लेस करने के लिए 6 लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर लेने की प्रक्रिया चल रही है। चौधरी ने कहा कि एयरफोर्स मिलिट्री थिएटराइजेशन के लिए कमिटेड है। सभी सर्विस (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) की ताकत को ध्यान में रखकर युद्धनीति बनाने की जरूरत है, इसे लेकर बातचीत चल रही है।

अगले दशक तक 35 स्क्वॉड्रन ही
इंडियन एयरफोर्स में अभी करीब 30 स्क्वॉड्रन हैं और टू फ्रंट वॉर से निपटने के लिए 42 स्क्वॉड्रन की जरूरत है। हालांकि इतनी स्क्वॉड्रन कब बनेंगी यह एयरफोर्स चीफ के लिए भी कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अगले 10-15 साल में तो ऐसा नहीं हो पाएगा। एयरफोर्स चीफ ने कहा 83 लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट से 4 स्क्वॉड्रन एलसीए मार्क वन ए की बनेंगी, 6-7 स्क्वॉड्रन एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (AMCA) की बनेंगी, 6 स्क्वॉड्रन मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्ट (MRFA) की बनेंगी। ये जुडेंगें और जो फेज आउट होने वाले हैं उनमें चार स्क्वॉड्रन मिग-21 की, जगुवार और मिग-29 हैं।

चौधरी ने कहा कि अगले दशक तक स्क्वॉड्रन 35 के आसपास रहेगी, उससे ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं है। मिग-21 से हो रहे हादसों के बारे में एयरफोर्स चीफ ने कहा कि पिछले कुछ सालों में एक्सिडेंट में कमी आई है। जब भी कोई एयरक्राफ्ट उड़ान के लिए जाता है तो उससे पहले पूरी तरह चेक होता है। उन्होंने कहा कि मिग-21 की चारों स्क्वॉड्रन अगले 3-4 साल में रिटायर हो जाएगी।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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