तमिलनाडु" जीत के लिए मुस्लिम वोटों पर DMK का पूरा फोकस, AIADM- BJP का कम

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चेन्नै
तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव में चुनावी पंडित और जनमत सर्वे द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) की बड़ी जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं। वहीं पार्टी भी अपनी जीत तय करने के लिए मुस्लिम मतदाताओं को प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक डीएमके सुप्रीमो और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एम.के. स्टालिन (M K Stalin) ने पार्टी के पदाधिकारियों और उम्मीदवारों से साफ तौर पर कह दिया है कि वे मुस्लिम वोट बैंक को लुभाएं।

डीएमके, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और एमएमके के गठबंधन का नेतृत्व डीएमके कर रही है। उसने दोनों पार्टियों को क्रमश: 3 और 2 सीटें दी हैं। राज्य के वोटबैंक गणित पर नजर डालें तो 2011 की जनगणना के अनुसार यहां 5.86 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। डीएमके जानती है कि यह मुस्लिम वोट बैंक बहुत अहम है और लगभग हर सीट में इनके कम से कम 2000 वोट हैं। डीएमके नहीं चाहती है कि यह वोट बैंक कहीं और बंटे।

एआईएडीएमके बीजेपी का मुस्लिम आबादी पर फोकस कम
उधर सत्तारूढ़ दल एआईएडीएमके बीजेपी के साथ गठबंधन में है और उनका मुस्लिम आबादी पर फोकस कम ही है। ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करने वाली मक्कल नीडि माईम (एमएनएम) पार्टी मुस्लिम वोटों का कुछ हिस्सा अपनी ओर खींच सकती है।

डीएमके को वोट दें मुस्लिम समुदाय
चेन्नै शहर के डीएमके नेता एम. सेंथिलंथन ने कहा कि डीएमके मुस्लिम वोट बैंक में विभाजन नहीं होने देगा। हम चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय डीएमके को वोट दें। यदि मुस्लिम समुदाय के वोट नहीं बंटते हैं तो डीएमके आसानी से जीत जाएगा।

साभार : नवभारत टाइम्स

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