एमफिल/पीएचडी स्टूडेंट्स को राहत, यूजीसी ने 6 महीने बढ़ाई थीसिस जमा कराने की मियाद
देशभर के एमफिल और पीएचडी स्टूडेंट्स को थीसिस जमा करने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने और 6 महीने की मोहलत दे दी है। यूजीसी ने देशभर की सभी यूनिवर्सिटी से कहा है कि रिसर्च स्कॉलर्स के हित में उन्हें थिसिस जमा करने के लिए अब 31 दिसंबर 2021 तक का वक्त दिया जाए। हालांकि, फेलोशिप तय पांच साल तक ही दी जाएगी, इसमें कोई एक्सटेंशन नहीं होगा।
इससे पहले भी कोविड 19 को देखते हुए हुए यूजीसी ने थिसिस जमा करने की डेट 31 दिसंबर 2020 से बढ़ाकर 30 जून की थी। हालांकि, अब भी कोविड 19 की स्थिति बनी हुई है। कैंपस अभी पूरी तरह से खुले नहीं हैं और रिसर्च को लेकर लैब और लाइब्रेरी की पूरी सुविधाएं भी उन्हें नहीं मिल पा रही हैं। इस वजह से इन टर्मिनल स्टूडेंट्स का रिसर्च वर्क फ्लो में नहीं आ पाया है। यह देखते हुए साल के आखिर तक थिसिस जमा करने का मौका एमफिल/पीएचडी स्टूडेंट्स को दिया गया है।
यूजीसी सेक्रेटरी रजनीश जैन की ओर से एक नोटिस भी जारी कर दिया गया है। इसमें सभी यूनिवर्सिटी से यह भी कहा है कि 6 महीने का यह एक्सटेंशन पब्लिकेशन के प्रूफ और दो कॉन्फ्रेंस की प्रजेंटेशन को जमा करने के लिए भी दिया जा सकता है। हालांकि, फेलोशिप की मियाद पांच साल तक ही रहेगी।
कई यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स इस एक्सटेंशन की मांग भी कर रहे थे। हाल ही में जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन ने भी यूजीसी पहुंचकर यह मांग की। स्टूडेंट्स ने एक्सटेंशन पीरियड के लिए स्कॉलरशिप की भी मांग की थी, हालांकि यह नहीं दी गई है।
साभार : नवभारत टाइम्स