पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी की रैली के लिए सांसद और पार्टी नेता घर-घर जाकर देंगे निमंत्रण पत्र

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नई दिल्ली
कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 7 मार्च को होने वाले रैली के लिए बीजेपी के सांसद और सभी नेता घर घर जाकर निमंत्रण पत्र देंगे। चुनाव घोषित होने के बाद यह बीजेपी की पहली बड़ी रैली होगी। बीजेपी के एक नेता के मुताबिक निमंत्रण पत्र में लोगों से कहा जाएगा कि वह परिवर्तन के लिए बीजेपी की इस रैली में शामिल हों। देश की प्रगति को बंगाल तक पहुंचाने के लिए रैली में आएं।

बीजेपी के एक नेता ने बताया कि रैली के लिए तीन स्टेज बनेंगे। जिसमें एक स्टेज में पीएम मोदी रहेंगे और उसके पास के दो स्टेज में पार्टी के दूसरे नेता रहेंगे। इसके सामने ही एक और स्टेज बनाया जाएगा, जिसमें बंगाल की संस्कृति की झलक मिलेगी। इस स्टेज में बंगाल की संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम होंगे और कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर नेता राहुल सिन्हा ने बताया कि घर-घर जाकर निमंत्रण पत्र देने के अलावा हम छोटी नुक्कड़ सभाएं भी कर रहे हैं। हर बूथ की टोली भी घर घर जाकर लोगों को रैली के लिए आमंत्रित करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम की रैली इतनी बड़ी होगी जितनी आज तक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में कभी नहीं हुई है। यह ऐतिहासिक रैली होगी।

सिया राम तक पहुंच गई, जय श्रीराम तक भी पहुंचेगी
तृणमूल कांग्रेस बीजेपी को बाहरी पार्टी बता रही है, इस सवाल पर बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि लोगों को मालूम है कि बंगाल के घर से ही कोई सीएम होगा, कोई बाहर का नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बंगाल राजनीतिक रूप से सचेत है और एजुकेटेड स्टेट है, इसलिए लोगों को पता है कि सीएम बंगाल का ही होगा। तृणमूल की घर और बाहर की बात को कोई नहीं मान रहा है क्योंकि लोग तृणमूल को उखाड़ना चाहते हैं। तृणमूल कांग्रेस ने कई तरीके आजमाए।

सिन्हा ने कहा कि तृणमूल ने पहले अल्लाह का नाम लिया, अब देवी का नाम लेना शुरू कर दिया, चलते-चलते अभी सिया राम तक पहुंच गए और थोड़े दिन में जयश्री राम भी बोल देंगे। वह हर तरह से कोशिश कर रहे हैं, अपना नेचर बदल रहे हैं लेकिन तब भी परिस्थिति उनके अनुकूल नहीं हो रही है। तृणमूल ने कम्युनल कार्ड भी खेल दिया, हिंदू देवी देवता का नाम भी ले लिया लेकिन कुछ नहीं हुआ, अब तृणमूल ने बाहरी-अंदर वाला गेम खेलना शुरू कर दिया, लेकिन इससे कुछ होगा नहीं।

उनकी कोशिश इसलिए बेकार होगी क्योंकि तृणमूल ने बंगाल की जनता के साथ विश्वास घात किया है। राहुल सिन्हा ने कहा कि तृणमूल इस वादे के साथ सत्ता में आई कि हम बदला नहीं बदलने की राजनीति करेंगे। हिंसा नहीं करेंगे। बीजेपी नेता ने कहा कि बंगाल की जनता हिंसा से सबसे ज्यादा त्रस्त है। तृणमूल ने बात तो की शांति की लेकिन सत्ता में आते ही शांति के बदले अशांति ही बंगाल को दिया।

साभार : नवभारत टाइम्स

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