नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में संघर्ष चरम पर, ओली सरकार को बचाने के लिए हरकत में आईं चीनी राजदूत
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के अंदर एक बार फिर बढ़ती दरार के मद्देनजर चीनी खेमे में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। चीनी राजदूत नेपाल प्रधानमंत्री से मिली हैं। उन्होंने मंगलवार को करीब दो घंटे पीएम ओली से मुलाकात की। इस मुलाकात की पुष्टि आधिकारिक सूत्रों ने की है। गौरतलब है कि पहले जब नेपाल के राजनीतिक संकट में चीनी राजदूत यान्की ने दखल दिया था तो इसे लेकर काफी विवाद पैदा हुआ था।
यान्की ने की NCP, सरकार पर चर्चा
एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर पुष्टि की है कि चीनी राजदूत ने देर शाम पीएम ओली से मुलाकात की और करीब दो घंटे चर्चा की। एक और सूत्र के मुताबिक यान्की और ओली ने सत्ताधारी पार्टी के एकीकरण की प्रक्रिया और पार्टी के अंदर मौजूदा मतभेदों को सुलझाने पर चर्चा की। एक सूत्र ने बताया कि दोनों ने पार्टी को टूटने से बचाने पर और सरकार बनाने पर चर्चा की है। यान्की ने विवाद खत्म करने के लिए समझौता करने पर जोर दिया है।
दहल ने फिर मांगा है ओली का इस्तीफा
सत्ताधारी नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के अंदर असंतोष तब बढ़ गया जब ओली ने को-चेयर पुष्प कमल दहल को सचिवालय में होने वाली बैठक स्थगित करने का प्रस्ताव दिया जबकि दहल ने इसे मानने से इनकार कर दिया। यह बैठक आयोजित की गई लेकिन इसमें कोई फैसला नहीं किया जा सका। अब 28 नवंबर को बैठक होगी। इससे पहले हुई बैठक में दहल ने एक दस्तावेज पेश कर ओली की गतिविधियों को ‘अक्षम्य’ करार दिया था और उनका इस्तीफा मांगा था। उन्होंने ओली को पीएम पद के लिए अयोग्य भी करार दिया था।