इराक-सीरिया में ब्रिटिश ड्रोन ने मचाया कहर, मारे 1400 से ज्यादा ISIS के खूंखार आतंकी

इराक-सीरिया में ब्रिटिश ड्रोन ने मचाया कहर, मारे 1400 से ज्यादा ISIS के खूंखार आतंकी
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लंदन
ब्रिटिश एयरफोर्स ने इराक और सीरिया में अपने ड्रोन हमलों से आईएसआईएस की कमर तोड़कर रख दी है। पिछले 6 साल में यूके (RAF) के ड्रोन हमलों में आईएसआईएस के 1400 से ज्याददा खूंखार आतंकवादी मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा शनिवार को ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने फोटोग्राफिक साक्ष्य और पीछे छोड़े गए मलबों के आधार पर जारी किया।

सभी हमले एमक्यू-9 रीपर ड्रोन्स से किए गए
ये सभी हवाई हमले ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के एमक्यू-9 रीपर अनमैंड एरियल व्हीकल (ड्रोन) से अंजाम दिए गए हैं। इन हमलों में बड़ी बात यह रही कि इन्हें अंजाम देने के लिए कोई भी ब्रिटिश एयरफोर्स का जवान सीरिया या इराक नहीं गया। ये सभी हमले ब्रिटेन में बने कमांड एंड कंट्रोल बंकरों में बैठे एयरफोर्स के जाबांज कर्मियों ने अंजाम दिए हैं। इन ड्रोन्स को ब्रिटेन ने अमेरिका से खरीदा है।

जिहादी जॉन को भी ब्रिटिश ड्रोन ने ही मारा था
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 2014 के बाद से ब्रिटेन के एमक्यू-9 की कम से कम 4,107 फ्लाइट्स को ऑपरेट किया गया। जिसमें किए गए हमलों में आईएसआईएस का खूंखार आतंकी मोहम्मद इवाजी जिसे जिहादी जॉन नाम से भी जाना जाता था वो सीरिया के रक्का शहर में मारा गया था। यह आतंकी बड़ी संख्या में बंधकों का गला काटने के मामले में कुख्यात था।

ड्रोन पर ज्यादा खर्च करने की तैयारी में ब्रिटेन
पिछले महीने ही यूके के रक्षा सचिव बेन वालेस ने कहा कि मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) भविष्य के युद्ध में ब्रिटिश सैनिकों की जगह ले सकते हैं। इन हमलों के सफल क्रियान्वयन के बाद से फिर से ब्रिटिश फौज में ड्रोन्स की संख्या को बढ़ाने जाने की मांग तेज हो गई है। ब्रिटेन के सबसे नए नौसैनिक जहाज एचएमएस तामार के दौरे पर पहुंचे ब्रिटिश रक्षा सचिव ने कहा कि अब युद्ध के वैश्विक तस्वीर बदल गई है। यूके के दुश्मनों ने पहले ही देश की कमजोरियों का अध्ययन किया है और हमसे कहीं अधिक तेजी से अनुकूलित किया है।

एमक्यू-9 ड्रोन में क्‍या है खास?
इस ड्रोन को बनाने वाली कंपनी जनरल एटॉमिक्‍स का दावा है कि यह 27 घंटे से भी ज्‍यादा वक्‍त तक उड़ सकता है। MQ-9 रीपर ड्रोन की अधिकतम स्‍पीड 444.5 किलोमीटर प्रतिघंटा है। यह 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है, जबकि एक साथ 12 मूविंग टारगेट्स को ट्रैक कर सकता है।

ये तकनीकी बनाते हैं इस ड्रोन को ताकतवर
एमक्यू-9 रीपर ड्रोन 1,746 किलो का वजन उठाने में सक्षम है। इसमें आसानी से हथियारों को कंफिगर किया जा सकता है। इलेक्‍ट्रो-ऑप्टिकल इन्‍फ्रारेड, सर्विलांस रडार, मल्‍टी-मोड मैरिटाम सर्विलांस रडार, लिंक्‍स मल्‍टी-मोड रडार, इलेक्‍ट्रॉनिक सपोर्ट मेजर्स और लेजर डेसिग्‍नेटर्स इसे खतरनाक ताकत प्रदान करते हैं। इससे यह दुश्मनों पर बारीकी से नजर रखने में सक्षम बनता है।

घातक हथियारों से लैस है एमक्यू-9 रीपर
यह ड्रोन कई तरह के हथियारों को फायर करने में सक्षम है। फिलहाल अमेरिकी और ब्रिटिश एयरफोर्स और आर्मी इसके जरिए AGM-114 हेलफायर मिसाइलें और लेजर गाइडेड बम दागती हैं। सिंथेटिक अपर्चर रडार, वीडियो कैमरा और फारवर्ड लुकिंग इन्‍फ्रारेड से लैस यह ड्रोन हाई रिज्योलूशन की तस्वीरें भी लेने में सक्षम है। इतना ही नहीं, यह ड्रोन रियल टाइम में पूरी दुनिया में कहीं भी डेटा भेज सकता है।

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