आमने-सामने रूस के ही दो हथियार, तुर्की के S-400 के खिलाफ S-300 को तैनात करेगा ग्रीस
तुर्की और ग्रीस में तेल और गैस के क्षेत्र को लेकर तनाव लगातार बना हुआ है। तुर्की ने फिर से भूमध्य सागर के विवादित क्षेत्र में तेल और गैस की खोज शुरू करने का ऐलान किया है। इस क्षेत्र में कब्जे को लेकर पहले से ही ग्रीस ने आक्रामक तेवर अपनाया हुआ है। इस कारण माना जा रहा है कि अगर तुर्की के जहाज फिर से विवादित क्षेत्र में घुसते हैं तो उन्हें ग्रीस के तगड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा।
रूस के दो हथियार आए आमने-सामने
दोनों देशों ने जंग की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए अपनी-अपनी युद्धक तैयारिकों को भी तेज कर दिया है। तुर्की ने जहां रूस से को खरीदकर उसे ऑपरेशनल कर दिया है। वहीं, ग्रीस ने भी रूस की को सक्रिय किया है। ग्रीस की सेना भी कुछ दिनों में रूसी S-300 का टेस्ट करने की योजना बना रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर दोनों देशों में युद्ध होता है तो रूस के ही दो हथियार आमने-सामने होंगे।
तुर्की ने तैनात की रूसी S-400 डिफेंस सिस्टम
तुर्की ने इससे पहले कहा था कि एस-400 प्रणाली का संचालन अप्रैल में शुरू होगा, लेकिन प्रणाली को सक्रिय करने में देरी हुई है। पिछले हफ्ते तुर्की की मीडिया में आईं खबरों में कहा गया था कि सेना ने काला सागर के नजदीक स्थित सिनोप प्रांत में रूस की S-400 वायु रक्षा प्रणाली का परीक्षण किया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमेरिका और तुर्की के बीच तनाव और बढ़ सकता है। तुर्की की सेना S-400 के रडार से अमेरिका के F-16 लड़ाकू विमानों पर भी नजर रख रही है।
अगले हफ्ते S-300 को टेस्ट कर सकता है ग्रीस
रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीस भी क्रेटे द्वीप पर तैनात अपने रूसी डिफेंस सिस्टम S-300 का टेस्ट करने की तैयारियों में जुटी है। ग्रीक समाचार एजेंसी पेंटापोस्टाग्मा की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की की सेना के सैटेलाइट इमेज से पता चला है कि ग्रीस अगले सप्ताह अपने S-300 मिसाइल बैटरी का टेस्ट कर सकता है। इस सिस्टम को हाल में ही अधिक शक्तिशाली मिसाइल और रडार के साथ अपग्रेड किया गया है। ऐसे में तुर्की के लड़ाकू विमानों को ड्रोन्स के लिए भी खतरा बढ़ गया है।
S-400 के रडार से F-16 विमानों की टोह ले रहा तुर्की
कुछ दिन पहले ही ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि तुर्की की सेना ने रूस के एस-400 डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है। टर्किश फोर्स इस रूसी डिफेंस सिस्टम के रडार का उपयोग एफ-16 फाइटर जेट का पता लगाने के लिए कर रही है। इस रडार के जरिए वह नाटो के यूनुमिया मिलिट्री एक्सरसाइड में शामिल फ्रांस, इटली, ग्रीस और साइप्रस के एफ-16 जहाजों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है।
तुर्की और ग्रीस के पास अमेरिकी F-16
बता दें कि तुर्की के पास भी अमेरिका से खरीदा हुआ F-16 फाइटर जेट है। जिसमें तुर्की ने अपनी जरूरत के हिसाब से कुछ बदलाव कर इसे F-16एस का नाम दिया है। वहीं, ग्रीस के पास भी अमेरिका के हैं। इन दिनों तुर्की और अमेरिका के संबंध ठीक नहीं चल रहे। बस इसी बात का बदला लेने के लिए वह रूसी हथियारों का प्रयोग अमेरिकी हथियारों के खिलाफ कर रहा है। अमेरिका ने पहले भी तुर्की पर कई प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके कारण उसकी अर्थव्यवस्था बर्बादी के कगार पर खड़ी है।