शराबबंदी के लिए महिलाओं के अभियान को हमारा पूर्ण समर्थन और सहयोग: डॉ. रमन सिंह

शराबबंदी के लिए महिलाओं के अभियान को हमारा पूर्ण समर्थन और सहयोग: डॉ. रमन सिंह
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रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शराब की सामाजिक बुराई के खिलाफ राज्य के बालोद जिले में महिलाओं की भारत माता वाहिनी और महिला कमांडो की पांच हजार सदस्य महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे जन-जागरण अभियान की तारीफ की है। डॉ. सिंह ने कहा है कि शराबबंदी के लिए अभियान चला रही इन महिलाओं को राज्य सरकार का पूर्ण समर्थन और हर संभव सहयोग मिलेगा। उन्हें नि:शुल्क यूनिफार्म और व्हीसिल (सीटी) दी जाएगी। डॉ. सिंह ने उन्हें शराब बंदी के अभियान में सरकार की ओर से हर संभव का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री आज दोपहर बालोद जिले के ग्राम कुसुमकसा में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर कुसुमकसा के सरकारी हायर सेकेण्डरी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा लिया। डॉ. सिंह ने जिले में विधवा और परित्यक्त महिलाओं को सिलाई बुनाई सहित विभिन्न रोजगार मूलक कार्यों का प्रशिक्षण देने के लिए 10 नये ‘रौशनी केन्द्रोंÓ का भी शुभारंभ किया। ये नये रौशनी केन्द्र ग्राम नालाकसा, कुमुरकट्टा, बेताल, अर्जुनी, सम्बलपुर, घुमका, अरमरीकला, कालंगपुर, देवरी और रेंगाडबरी में शुरू किए गए हैं। जिले में अब इन केन्द्रों की संख्या 22 हो जाएगी।  डॉ. सिंह ने कुसुमकसा में विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित लगाई गई विकास प्रदर्शनी के स्टालों को भी देखा।
इस मौके पर उन्होंनेे क्षेत्र के विकास के लिए 19 करोड़ 20 लाख रूपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया।  मुख्यमंत्री के हाथों जनसभा में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले के गरीब परिवारों की ग्यारह हजार महिलाओं को नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन की सौगात दी। उन्हें कनेक्शन के साथ डबल बर्नर चूल्हा और पहला सिलेण्डर बांटने की भी शुरूआत की गई। डॉ. सिंह ने प्रतीक स्वरूप 21 महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए। डॉ. सिंह ने जिले के पांच हजार किसानों के लिए मृदा (मिट्टी) स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्य का भी शुभारंभ किया और कई किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए। उन्होंने इसके अलावा प्रतीक स्वरूप पांच किसानों को सौर सुजला योजना के तहत सोलर सिंचाई पम्पों का वितरण किया। उन्होंने नि:शक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के हितग्राहियों को चेक और प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने जिले की लौह अयस्क नगरी दल्लीराजहरा में युवाओं के लिए आवासीय खेल प्रशिक्षण केन्द्र और सुरक्षा गार्ड प्रशिक्षण केन्द्र शुरू करने तथा कुसुमकसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि दल्लीराजहरा नगर के विभिन्न वार्डों में सीमेंट कांक्रीट सड़क और पेयजल व्यवस्था के लिए दो करोड़ रूपए दिए जाएंगे।
डॉ. सिंह ने कहा बालोद नया जिला है। क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग को पूर्ण करते हुए राज्य सरकार ने पांच साल पहले वर्ष 2012 में इसका गठन किया था। यह नया जिला तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का यहां अच्छा क्रियान्वयन हो रहा है। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले का डौंडी विकासखंड खुले में शौच मुक्त घोषित हो गया है। अब जरूरत इस बात कि है कि सब लोग मिलकर सम्पूर्ण जिले को अगले छह माह के भीतर खुले में शौचमुक्त जिला बनाने का संकल्प लें।  डॉ. सिंह ने गांव-गरीब और किसानों के हित में शुरू की गई योजनाओं का उल्लेख करते हुए लोगों से उनका लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के गरीब परिवारों की महिलाओं को रसोई घरों के चूल्हे के धुएं से होने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखकर उन्हें नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन देने के लिए उज्ज्वला योजना की शुरूआत की है। देशभर में पांच करोड़ महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने 35 लाख महिलाओं को इस योजना में शामिल करने का लक्ष्य तय किया है। उनसे सिर्फ 200 रूपए पंजीयन शुल्क लिया जा रहा है और उन्हें चार हजार से पांच हजार रूपए का डबल बर्नर चूल्हा नि:शुल्क दिया जा रहा है। महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिलेगी और कई बीमारियों से बचाव होगा। डॉ. सिंह ने कुसुमकसा के सरकारी हायर सेकेण्डरी स्कूल में कौशल उन्नयन और प्रशिक्षण केन्द्र शुरू होने पर खुशी जतायी। उन्होंने कहा कि यह विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी होगा।
मुख्यमंत्री ने बालोद जिले के करकाभाट में संचालित सहकारी शक्कर कारखाने का उल्लेख करते हुए किसानों से गन्ने की खेती का रकबा बढ़ाने और अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि निकटवर्ती कबीरधाम जिले में पहले एक शक्कर कारखाना था। वहां गन्ने का उत्पादन काफी बढ़ गया है। इसे देखते हुए कल वहां पण्डरिया विकासखंड में दूसरे नये शक्कर कारखाने का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कबीरधाम की तरह बालोद जिले का सहकारी शक्कर कारखाना भी किसानों का है। उनकी सहकारी समिति ही इसका संचालन  कर रही है। शक्कर कारखाने से गन्ना उत्पादक किसानों की आर्थिक स्थिति काफी सुदृढ़ हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कुसुमकसा के सरकारी हायर सेकेण्डरी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह का उल्लेख करते हुए स्कूल के 50 वर्षों की विकास यात्रा की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आम के पेड़ की छांव में इस विद्यालय की बुनियाद रखी गई थी। विगत पांच दशकों में ग्रामीण क्षेत्र के इस विद्यालय ने राज्य को अनेक ऐसी प्रतिभाएं दी है, जो आज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हुए अपने स्कूल, अपने परिवार, अपने गांव, क्षेत्र और राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं। उन्होंने इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री के.आर. पिस्दा और सूरजपुर जिले के कलेक्टर श्री जी.आर. चुरेन्द्र का उदाहरण दिया। डॉ. सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में डौंडीलोहारा क्षेत्र की विधायक श्रीमती अनिला भेंडिया, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री देवलाल ठाकुर, पूर्व विधायक द्धय सर्वश्री लाल महेन्द्र सिंह टेकाम और प्रीतम साहू तथा क्षेत्र के अनेक वरिष्ठजन प्रतिनिधि उपस्थित थे। कलेक्टर श्री राजेश सिंह राणा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
लोकार्पण-शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने आज कुसुमकसा में 19 करोड़ 20 लाख रूपये के जिन निर्माण कार्यों की सौगात दी, उनमें से उन्होंने एक करोड़ 07 लाख रूपए के पूर्ण हो चुके बारह कार्यों का लोकार्पण और 18 करोड़ 13 लाख रूपए के 65 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। डॉ. सिंह के हाथों लोकार्पित निर्माण कार्यों में डौंडी विकासखंड के ग्राम कांडे, धुर्वाटोला, दानीटोला और अरमुरकसा में 10-10 लाख रूपए की लागत से निर्मित नवीन ग्राम पंचायत भवन, ग्राम कोलिहामार (विकासखंड गुरूर) में 10 लाख रूपए की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन और ग्राम बगदई में छह लाख 45 हजार रूपये की लागत से निर्मित आंगनबाड़ी भवन भी शामिल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में स्वीकृत 756 मकानों के निर्माण कार्य भी भूमिपूजन किया। इनके निर्माण में नौ करोड़ 07 लाख रूपए की लागत आयेगी। डॉ. सिंह ने कुसुमकसा के कार्यक्रम में ग्राम पंचायत पटेली के लिए 20 लाख रूपए की लागत से बनने वाले खेल मैदान और मिनी स्टेडियम का भी भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने डौंडी विकासखंड के ग्राम गुजरा के लिए 70 लाख रूपए के दूध शीतलीकरण केन्द्र का भी शिलान्यास किया।

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