अंडमान से 1200 किमी दूर नेवल बेस बना रहा चीन, कर्ज देकर इस देश में किया कब्जा

अंडमान से 1200 किमी दूर नेवल बेस बना रहा चीन, कर्ज देकर इस देश में किया कब्जा
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नामपेन्ह
भारत को घेरने के लिए चीन साम-दाम-दंड-भेद की रणनीति पर तेजी से काम कर रहा है। पहले वह भारत के पड़ोसी देशों को कर्ज का लालच दे रहा है। जब वे देश कर्ज लौटाने में अक्षम हो जा रहे हैं तो चीन उनकी जमीन पर कब्जा कर अपना सैन्य बेस बना रहा है। इसी कड़ी में ड्रैगन का अलगा शिकार बना है। चीन ने बेल्ट एंड रोड परियोजना के जरिए इस देश में भारी पूंजी निवेश किया है। जिसे अब यह देश लौटाने में सक्षम नहीं है।

अंडमान से मात्र 1200 किमी दूर है यह बेस
कंबोडिया ने कर्ज को चुकाने के एवज में थाइलैंड की खाड़ी में स्थित रीम नेवल बेस को 99 साल के लिए चीन को सौंप दिया है। यह नौसैनिक अड्डा भारत के अंडमान निकोबार द्वीप समूह से लगभग 1200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस नौसैनिक अड्डे पर चीन का नियंत्रण होने से अमेरिका ने भी चिंता जताई है। अमेरिका के द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पिछले साल ही कंबोडिया और चीन के इस गुप्त डील का खुलासा किया था।

कंबोडिया ने 99 साल के लिए चीन को सौंपा
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंबोडिया ने अपने इस नेवल बेस को 99 साल की लीज पर चीन की कंपनी तियानजिन को दे दिया है। यह कंपनी इस पोर्ट को विकसित करने के लिए 3.8 अरब डॉलर का निवेश करेगी। इस समझौते के तहत चीन की नौसेना इस ठिकाने को अगले 40 सालों तक इस्तेमाल कर सकेगी। यह कंपनी पास के एक हवाई अड्डे को भी विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि चीन यहां अपने एडवांस जे-20 लड़ाकू विमानों को तैनात कर सकता है।

यहां नेवल बेस बना रहा चीन

कंबोडिया में चीन ने किया है 10 अरब डॉलर का निवेश
कंबोडिया पर कब्जा करने की नीयत से चीन साल 2017 से भारी निवेश कर रहा है। वर्तमान समय में चीन ने कंबोडिया में लगभग 10 अरब डॉलर का निवेश किया है। इतनी बड़ी राशि को चुकाने में कंबोडिया जैसा गरीब देश नाकाम हो गया है। इसी के कारण उसने चीन की बात मानते हुए रीम नेवल बेस को गिरवी रख दिया है। वहीं, चीन पहले की ही तरह इस बात से इनकार कर रहा है कि उसने कर्ज के जाल में फंसाकर कंबोडिया से यह पोर्ट हासिल किया है।

कंबोडियाई पीएम ने दी सफाई
चीन को पोर्ट दिए जाने के बाद विरोध को देखते हुए कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि चीन केवल इस नेवल बेस पर आधारभूत ढांचे का निर्माण करने जा रहा है। हुन सेन ने राजधानी नोम पेन्ह के पास एक चीनी स्वामित्व वाले थीम पार्क के उद्घाटन समारोह में कहा कि अन्य देश भी इस पोर्ट पर अपने जहाजों को ठहराने, ईंधन भरने या फिर कंबोडिया के साथ संयुक्त अभ्यास करने की अनुमति मांग सकते हैं।

कंबोडिया ने उड़ाया अमेरिकी नेवल हेडक्वार्टर
वाशिंगटन स्थित एक थिंक टैंक ने सैटेलाइट इमेज के आधार पर बताया कि कंबोडिया के दक्षिणी किनारे पर इस बेस के पास बने अमेरिका की मदद से बने नेवल हेडक्वार्टर को बम से उड़ा दिया गया है। अमेरिका ने इस कृत्य को लेकर गहरी नाराजगी भी जताई है। साल साल पहले ही अमेरिका ने कंबोडिया के साथ एक समझौता कर इस नेवल बेस को तैयार किया था।

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