PoK में पाकिस्तान की नई चाल, गिलगित-बल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देकर चुनाव कराने का फैसला
पाकिस्तान ने कुछ हफ्ते पहले अपना नया नक्शा जारी किया था। इसमें उसने भारत के साथ विवादित क्षेत्रों को सीधे-सीधे अपना बता डाला था। अब पाकिस्तान ने नया पैंतरा खेलते हुए फैसला किया है कि गिलगित-बल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा दिया जाएगा और चुनाव भी कराए जाएंगे। पाकिस्तान के मंत्री अली अमीन ने दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून से यह बात कही है। वहीं, भारत ने इसे लेकर अपना रुख साफ कर रखा है कि गिलगित-बल्टिस्तान समेत जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का क्षेत्र उसके अंतर्गत आता है और पाकिस्तान वहां चुनाव नहीं करा सकता।
नवंबर में कराए जाएंगे चुनाव
अमीन ने बताया है कि सरकार ने फैसला किया है कि गिलगित-बल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेंगे और औपचारिक ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र को नैशनल असेंबली और सीनेट समेत हर संवैधानिक निकाय में पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। सभी स्टेकहोल्डर्स से बात कर संघीय सरकार ने फैसला किया है कि गिलगित-बल्टिस्तान को संवैधानिक अधिकार दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि नवंबर में यहा चुनाव भी कराए जाएंगे।
भारत ने किया था विरोध
भारत ने मई में पाकिस्तान को दो-टूक कहा था कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में गिलगित-बल्टिस्तान समेत पूरा इलाका पाकिस्तान या उसकी न्यायपालिका के पास ऐसे क्षेत्रों में अधिकार नहीं हैं जो उसने जबरन अवैध तरीके से कब्जाए हैं। भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कोई बदलाव करने की कोशिश नहीं करने की चेतावनी दी थी और कहा था कि अवैध कब्जा फौरन छोड़ दे। भारत ने इन इलाकों में चुनाव नहीं कराने की चेतावनी भी दी थी।
नए नक्शे में जूनागढ़ पर भी दावा
वहीं, पिछले महीने पाकिस्तान ने अपना नया नक्शा जारी किया था जिसमें भारत के साथ विवादित क्षेत्रों पर उसने अपना दावा ठोंका था। यहां तक कि सियाचिन, गुजरात के सर क्रीक और जूनागढ़ को भी अपने नक्शे में शामिल किया था। वहीं, जिन हिस्सों को लेकर चीन और भारत के बीच विवाद चल रहा है, उन्हें ‘अनडिफाइंड फ्रंटियर’ करार दिया है।