चीन का नया प्रोपगेंडा, J-20 से 17 बार राफेल को मार गिराने का किया दावा
भारत के विध्वंसक राफेल फाइटर जेट से चीन कितना डरता है इसका खुलासा खुद वहां की सरकारी मीडिया ने किया है। चीन ने हाल में ही एक युद्धाभ्यास कर दावा किया कि उसके कथित स्टील्थ फाइटर J-20 ने को 17.0 से मात दी है। डींगे हांकते हुए हुए चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि इससे एक बार फिर साबित होता है कि J-20 भारत के राफेल पर भारी पड़ेगा।
राफेल के खिलाफ जीता J-20: ग्लोबल टाइम्स
चीनी सेना के मुखपत्र पीएलए डेली के हवाले से ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि पीएलए की पूर्वी थिएटर कमांड के वांग हाई एयर ग्रुप से जुड़े एक युवा पायलट चेन शिनहाओ ने अपने साथियों के साथ तालमेल बनाते हुए विरोधियों के 17 फाइटर जेट्स को मार गिराया। इस दौरान चीनी सेना के किसी भी विमान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। हालांकि ग्लोबल टाइम्स यह भूल गया कि मॉक ड्रिल और वास्तविक परिस्थितियों में प्रदर्शन करना बिलकुल अलग बात है।
खुद की रिपोर्ट ने चीनी प्रोपगेंडा की खोली पोल
पीएलए डेली ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चेन शिनहाओ ने नए एयरक्राफ्ट J-20 को केवल 100 घंटे ही उड़ाया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि ऐसा नौसिखिया पायलट क्या दुनिया के सबसे आधुनिक माने जाने वाले राफेल विमान के खिलाफ इतना अच्छा प्रदर्शन कैसे कर सकता है। वहीं पीएलए डेली ने अपने इस रिपोर्ट के कवर पर भारत के सुखोई-30 एमकेआई की तस्वीर लगाई है। ऐसे में ग्लोबल टाइम्स यह कैसे कह सकता है कि उसके J-20 ने भारत के राफेल के खिलाफ युद्धाभ्यास किया।
मॉक ड्रिल से खुश हो रहा चीन
पीएलए एयर फोर्स ने 2019 में वांग हाई एयर ग्रुप में J-20 विमानों को शामिल किया था। यह चीनी वायुसेना का पहला ऐसा एयर ग्रुप है जिसे जे-20 उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। बड़बोलापन दिखाते हुए ग्लोबल टाइम्स ने यह भी कहा कि मॉक ड्रिल में चीन के J-20 ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसलिए यह युद्ध के मैदान में भी ऐसा ही प्रदर्शन करेगा।
राफेल की खूबियों के आगे बौना है चीनी J- 20 जेट
भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ (रिटायर्ड) के मुताबिक, राफेल से चाइनीज जे- 20 का मुकाबला तो दूर, वह राफेल की खूबियों के सामने इतना बौना है कि दोनों की तुलना करना ही बेमानी है। पूर्व एयर चीफ का कहना है कि राफेल फाइटर जेट्स, चीन के जे- 20 विमानों से बहुत ज्यादा आला दर्जे के हैं। उन्होंने राफेल की खूबियां गिनाते हुए कहा कि यह इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर टेक्नॉलजी के लिहाज से दुनिया में सर्वोत्तम है, इसमें Meteor मिसाइल लगे हैं जो रेडार से गाइड होते हैं और जे बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर टु एयर मिसाइल (BVRAAM) हैं। भारत के राफेल में हवा से जमीन पर मार करने वाले बेहद घातक हथियार SCALP हैं जो पहाड़ी और ऊंचाई वाले इलाकों में चीन के पास उपलब्ध हर किसी हथियार पर भारी पड़ने वाले हैं।
चीन से युद्ध में गेमचेंजर होगा भारत का राफेल
उन्होंने कहा कि अगर चीन के साथ युद्ध की नौबत आती है तो राफेल बिना संदेह पूरा खेल बदल देगा। उन्होंने कहा, ‘अगर भारतीय वायुसेना दुश्मन के हवाई सुरक्षा को भेदने में कामयाब हुई तो होटन और गोंगर एयर बेस पर चीनी युद्ध विमानों का नेस्तनाबूद होना तय है। उन्होंने कहा कि होटन में चीन के 70 विमान और ल्हासा में एक चीनी सैनिकों द्वारा निर्मित एक सुरंग स्थित गोंगर एयरबेस पर करीब 26 विमान हैं। धनोआ ने कहा कि होटन एयरबेस पर तो चीन के सभी 70 विमान यूं ही खुले में पड़े हैं और उनकी कोई सुरक्षा नहीं है।