रोबोट डॉग्स के साथ अमेरिकी सेना ने किया युद्धाभ्यास, भविष्य के युद्धों की तैयारी शुरू
अमेरिकी सेना ने भविष्य में होने वाले युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। यूएस एयरफोर्स ने हाल में ही नेवादा के नेलिस एयरफोर्स बेस पर ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से युक्त मशीनी कुत्तों के साथ युद्धाभ्यास किया। इन रोबोट डॉग्स की तैनाती एयरफोर्स बेस की सुरक्षा और संभावित खतरे से निपटने में किया गया। इस युद्धाभ्यास तस्वीरें सोशल मीडिया में भी खूब शेयर हो रही हैं, जो दिखने में किसी साइंस फिक्शन मूवी की तरह लग रहा है।
Robot dogs join US Air Force Exercise: अमेरिकी सेना ने भविष्य में होने वाले युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। यूएस एयरफोर्स ने हाल में ही नेवादा के नेलिस एयरफोर्स बेस पर ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से युक्त मशीनी कुत्तों के साथ युद्धाभ्यास किया।
अमेरिकी सेना ने भविष्य में होने वाले युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। यूएस एयरफोर्स ने हाल में ही नेवादा के नेलिस एयरफोर्स बेस पर ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से युक्त मशीनी कुत्तों के साथ युद्धाभ्यास किया। इन रोबोट डॉग्स की तैनाती एयरफोर्स बेस की सुरक्षा और संभावित खतरे से निपटने में किया गया। इस युद्धाभ्यास तस्वीरें सोशल मीडिया में भी खूब शेयर हो रही हैं, जो दिखने में किसी साइंस फिक्शन मूवी की तरह लग रहा है।
एडवांस बैटल मैनेजमेंट सिस्टम का हिस्सा हैं ये रोबोट डॉग्स
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह युद्धाभ्यास एडवांस बैटल मैनेजमेंट सिस्टम का हिस्सा है। इस सिस्टम को अमेरिकी वायुसेना ऑपरेट कर रही है। जिसमें ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डेटा एनालिस्ट के जरिए संभावित खतरों का पता लगाया जा सकता है। अधिग्रहण, टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक के लिए वायु सेना के सहायक सचिव विल रोपर ने बताया कि नेक्स्ट जेनरेशन के युद्धों के लिए जेट फ्यूल और सैटेलाइट की तरह खुफिया डेटा भी जरूरी होता है।
दूर से किया जा सकता है ऑपरेट
इन रोबोट डॉग्स का निर्माण फिलाडेल्फिया की घोस्ट रोबोटिक्स ने किया है। इन्हें विजन 60 यूजीवी या ऑटोनोमस अनमैंड ग्राउंड व्हीकल नाम दिया गया है। कंपनी के अनुसार, किसी भी अन्य पैर वाले रोबोट और यहां तक कि पारंपरिक पहिए वाले यूजीवी की तुलना में हमारे डॉग्स रोबोट में मैकैनिकल दिक्कतें या जटिलताएं कम हैं। इन कुत्तों को दूर से ही ऑपरेट किया जा सकता है।
सैनिकों की सुरक्षा में बनेंगे मददगार
इन रोबोट डॉग्स की मदद से अमेरिकी सेना किसी भी इलाके में अपने सैनिकों को भेजने से पहले वहां के हालात का जायजा ले सकती है। इन्हें उबड़ खाबड़ जमीन और पहाड़ी इलाकों में भी आसानी से चलने के लिए डिजाइन किया गया है। अमेरिकी सेना के स्पेस ऑपरेशन के हेड जनरल जॉन रेमंड ने कहा कि इन तकनीकियों की सहायता से हम भविष्य में होने वाले युद्धों को लड़ सकते हैं और उन्हें जीत भी सकते हैं।
फाइटर जेट और ड्रोन में मुकाबला करवाएगी अमेरिकी सेना
जुलाई 2021 में यूएस एयरफोर्स आसमान में फाइटर जेट और ड्रोन के बीच मुकाबला करवाने की तैयारी कर रही है। इस दौरान कई सैन्य पर्यवेक्षक भी मैन वर्सेज मशीन की इस लड़ाई को देखेंगे। इस मुकाबले से भविष्य को लेकर अमेरिकी वायुसेना युद्धक तैयारियों को और निखारेगी। मिलिटरी डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस एयरफोर्स ने ऐलान किया है कि अगले साल वह हवाई युद्ध क्षमता को निखारने के लिए अपने बेहतरीन फाइटर जेट के मुकाबले ड्रोन को उतारा जाएगा।
इसलिए फाइटर जेट और ड्रोन में होगा ‘युद्ध’
पेंटागन के ज्वाइंट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जैक शानहन ने खुलासा किया कि एयरफोर्स रिसर्च लैब ने इंसान के खिलाफ काम करने वाले एक ऑटोनोमस सिस्टम के विकास पर काम कर रही है। मिचेल इंस्टीट्यूट के एक कार्यक्रम में बोलते हुए लेफ्टिनेंट जनरल जैक शानहन ने कहा कि इस प्रकार की लड़ाई से हमें भविष्य में अपनी युद्ध कौशल को और बेहतरीन बनाने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में इंसानी जानों को युद्ध के दौरान बचाया भी जा सकेगा।
अमेरिका में रोबोट उड़ाएंगे फाइटर जेट
हाल में ही अमेरिका ने अपने एडवांस फाइटर जेट्स को रोबोट की मदद से उड़ाने की परियोजना को हरी झंडी दी थी। अमेरिका ने इसके लिए 4.8 मिलियन डॉलर के बजट को भी मंजूर किया है। इसके तहत पहले चरण में ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस रोबोट्स को को-पायलट के रूप में तैयार किया जाएगा। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही रूसी वायुसेना ने अपने एडवांस फाइटर जेट को रोबोट की सहायता से उड़ाया था।