कैदियों की रिहाई के बाद तालिबान से बात: गनी

कैदियों की रिहाई के बाद तालिबान से बात: गनी
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

काबुलमुस्लिमों के एक प्रमुख त्योहार ईद-उल-अजहा की छुट्टियों से पहले विद्रोही तालिबान द्वारा मेल मिलाप का संदेश देने के बाद अमेरिका के शांति दूत जलमय खलीलजाद अपने दौरे पर रवाना हो रहे हैं ताकि अफगान सरकार और तालिबान से वार्ता की कोशिश की जा सके। उधर, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि तालिबान के साथ शांतिवार्ता कैदी रिहा किए जाने के एक हफ्ते बाद शुरू हो सकती है।

वहीं, खलीलजाद के इस्लामाबाद और काबुल के बाद कतर जाने की उम्मीद है जहां पर तालिबान का राजनीतिक कार्यालय है। ईद-उल-अजहा (बकरीद) से पहले तालिबान के नेता हिबातुल्ला अखूनजादा ने कहा कि विद्रोही अफगानिस्तान में भविष्य में बनने वाले राजनीतिक स्वरूप में एकछत्र सत्ता नहीं चाहते। अपने एक लंबे संदेश में अखूनजादा ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में इस्लामी सरकार स्थापित करना चाहता है, लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया कि पहले से यह अलग कैसे होगा।

अखूनजादा ने कहा कि तालिबान सभी को शिक्षा देने का समर्थन करेगा और फरवरी में अमेरिका के साथ हुए शांति समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते को दो दशक से जारी युद्ध के समाप्त होने की उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच, अमेरिका और नाटो अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की तैनाती में कमी शुरू कर दी है।

हालांकि, समझौते के दूसरे चरण में देरी हुई है जिसके तहत तालिबान और काबुल के राजनीतिक नेतृत्व के बीच बातचीत का आह्वान किया गया था। इस देरी की वजह तालिबान कैदियों की रिहाई के प्रति अफगान सरकार की अनिच्छा है जिसकी सहमति समझौते में बनी है। तालिबान ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह अफगानिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व से ईद-उल-अजहा के बाद बात करने को तैयार है, बशर्तें तब तक तालिबान कैदियों की रिहाई हो जाए। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने आश्वासन दिया है कि कैदियों को रिहा किए जाने के एक हफ्ते बाद शांतिवार्ता होगी।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.