बढ़ी टेंशन, शंघाई के करीब US फाइटर जेट्स
चीन और अमेरिका के बीच कोरोना वायरस, ट्रेड वॉर से लेकर दक्षिण चीन सागर जैसे मुद्दों की वजह से बढ़ी टेंशन फिलहाल कम होती नहीं दिख रही है। उलटे, दोनों देशों ने अपने यहां एक-दूसरे के कॉन्सुलेट बंद कर डाले जिससे स्थिति और चिंताजनक हो गई है। इसी बीच अमेरिकी वायुसेना के जंगी जहाज चीन के बेहद करीब पहुंच गए। यहां तक कि एक जहाज शंघाई से महज 100 किमी दूर जा पहुंचा। हाल के सालों में यह इतना करीब पहुंचने की पहली घटना है। (सभी तस्वीरें: South China Sea Strategic Situation Probing Initiative)
पेकिंग यूनिवर्सिटी के थिंक टैंक साउथ चाइना सी स्ट्रैटीजिक सिचुएशन प्रोबिंग इनिशिएटिव के मुताबिक P-8A ऐंटी सबमरीन प्लेन और EP-3E प्लेन रेकी करने के लिए ताइवान स्ट्रेट में दाखिल हुआ और झेझियान्ग और फुजियान के तट पर उड़ान भरी। इस बारे में पहले रविवार सुबह को ट्वीट किया गया और फिर बताया कि रेकी करने वाले प्लेन फुजियान और ताइवान स्ट्रेट के दक्षिणी हिस्से तक पहुंचकर वापस जा रहा है।
इसके बाद जानकारी दी गई कि अमेरिकी नेवी का P-8A शंघाई के पास ऑपरेट कर रहा है और गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर USS Rafael Peralta भी वैसे ही रास्ते पर है। थिंक टैंक के चार्ट के मुताबिक P-8A शंघाई के 76.5 किमी नजदीक आ गया था जो हाल के सालों में बेहद करीबी घटना है। दूसरा जहाज फुजियान के 106 किमी पर था।
लगातार 12 दिन से अमेरिकी सेना के प्लेन चीन के पास उड़ान भर रहे हैं। सोमवार को इंस्टिट्यूट ने ट्वीट किया था कि ऐसा लगता है कि अमेरिकी वायुसेना का RC-135 रेकी करने वाल प्लेन ताइवान के एयरस्पेस में दाखिल हुआ है। हालांकि, इंस्टिट्यूट ने इसकी पुष्टि नहीं की और ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इन दावों पर कोई जवाब नहीं दिया है। इसके बाद इंस्टिट्यूट ने फिर ट्वीट किया कि EP-3E गुआन्गडॉन्ग के 100 किमी नजदीक रेकी कर रहा है।