चीन-पाक से खतरा, इन हथियारों पर भारत की नजर
चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत जल्द ही अपने मित्र देशों से कई अत्याधुनिक हथियार खरीद सकता है। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की ताकत को बढ़ाने के लिए रूस के हल्के टैंक, इजरायली मिसाइल, हाई स्पीड बोट्स सहित कई हथियारों पर भाारत नजर बनाए हुए है। इनमें से अधिकतर हथियार अमेरिका, रूस और इजरायल में बने हुए हैं। हाल के दिनों में इन देशों से भारत की कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है।
लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में चीन के खिलाफ घातक कार्रवाई के लिए भारत ने कई हथियारों का चुनाव किया है, जिसमें लाइटवेट टैंक प्रमुख है। चीन ने पहले से ही सीमा पर अपने लाइटवेट टाइप-15 टैंक जिसे जेडटीक्यू -15 नाम से जाना जाता है, उसे तैनात कर चुका है। अब भारत रूस की बनी हुई 2S25 Sprut-SD टैंक को खरीदने पर विचार कर रहा है। इस टैंक में 125 एमएम की गन लगी हुई है जिसे किसी हैवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर के जरिए भी ऊंचाई वाले इलाके में तैनात किया जा सकता है।
भारत आने वाले राफेल विमान हवा से हवा में मार करने वाली बियांड विजुअल रेंज मिसाइल से लैस होंगे। यह मिसाइल दुश्मन के प्लेन को बिना देखे सीधे फायर किया जा सकता है। इसमें एक्टिव रडार सीकर लगा होता है जिससे मिसाइल को किसी भी मौसम में फायर किया जा सकता है। वहीं, स्कैल्प मिसाइल या स्ट्रॉम शैडो किसी भी बंकर को आसानी से तबाह कर सकती है। इसकी रेंज लगभग 560 किमी होती है।
इस एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को इजरायल की रॉफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम ने बनाया है। स्पाइक एटीजीएम मिसाइल की सहायता से दुश्मनों के टैंकों को युद्ध के मैदान में आसानी से नष्ट किया जा सकता है। पाकिस्तान से बढ़ते खतरे को देखते हुए इजरायली एटीजीएम लेने का फैसला किया गया था क्योंकि भारत का स्वदेसी एटीजीएम अभी विकास की अवस्था में है।
भारतीय वायुसेना के लिए बियांड विजुअल रेंज एयर टू एयर डर्बी मिसाइल को खरीदने को लेकर भी भारत विचार कर रहा है। इसे भी इजरायली हथियार निर्माता कंपनी रॉफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम ने बनाया है। इसे भारत के एलसीए तेजस और मिराज-2000 विमानों में तैनात करने की योजना है। इसमें एक्टिव रडार सीकर लगा होता है जो मैक 4 की स्पीड से 50 किमी के रेंज में दुश्मन के एरियल टॉरगेट को नष्ट कर सकता है।
वायुसेना ने स्पाइस 2000 बम के एडवांस वर्जन को सेना में शामिल किया है। भारत ने इसे भी इजरायल से ही खरीदा था। स्पाइस एक गाइडेड बम है जो जीपीएस गाइडेंस के साथ काम करता है। यह बम किसी भी प्रकार के बंकर या घर को नष्ट करने की क्षमता रखता है। बालाकोट हमले में इसी बम का इस्तेमाल किया गया था।