चीन का माइंडगेम, टैंकों के साथ कर रहा युद्धाभ्यास

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लद्दाख सीमा पर जारी तनाव को लेकर शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत के बावजूद चीनी मीडिया रोजाना चीन की सेना के युद्धाभ्यास के वीडियो और तस्वीरों को जारी कर तनाव भड़काने में जुटी है। चीन आधिकारिक तौर पर तो शांति की बात करता है तो अपनी सरकारी मीडिया के जरिए सैन्य युद्धाभ्यास की तस्वीरें और वीडियो जारी कर दबाव की रणनीति पर भी कायम दिखता है। इसी दोहरे रवैये ने चीन के लिए दुनियाभर में विश्वसनीयता का संकट खड़ा कर दिया है, लेकिन उसकी नजर ही नहीं खुल रही।

चीन के सरकारी मीडिया ग्‍लोबल टाइम्‍स ने भारत के खिलाफ मनोवैज्ञानिक जंग छेड़ दी है। पहाड़ों के ऊपर युद्दाभ्‍यास और टैंक के वीडियो जारी करने के बाद अ‍ब ग्‍लोबल टाइम्‍स ने अत्‍याधुनिक टैंकों को दिखाकर दबाव बनाने की कोशिश की है। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने तस्वीर जारी करते हुए दावा किया है कि 4 जून, 2020 को बर्फ से ढके तिब्बत के पठारी क्षेत्र में पीएलए 76 वीं ग्रुप आर्मी ने टाइप-99 मेन बैटल टैंक के साथ युद्धाभ्यास किया।

चीन के टाइप 90 मेन बैटल टैंक को स्थानीय रक्षा उद्योग ने डिजाइन और विकसित किया है। इस टैंक के निर्माण का काम 1999 में शुरू हुआ था। बता दें कि टाइप 99 टैंक का पहला प्रोटोटाइप परीक्षण 2007 में किया गया था। यूं तो चीन हमेशा से अपनी स्टेट ऑफ ऑर्ट हथियारों को छिपाकर रखता है लेकिन इसका पहली बार प्रदर्शन बीजिंग में एक सैन्य परेड के दौरान सितंबर 2015 में किया गया था।

2014 में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के सैन्य अभ्यास के दौरान चीनी सेना ने टाइप 99 टैंक का इस्तेमाल किया था। यह तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है और चीनी सेना में शामिल सबसे आधुनिक टैंक है। यह टैंक न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल, केमिकल हमलों से निपटने में भी सक्षम है। यह टैंक 4 मीटर से अधिक गहरे नाले को भी आसानी से पार कर सकती है।

बता दें कि इससे पहले ग्लोबल टाइम्स ने 7 जून को एक और विडियो जारी कर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के मध्य चीन के हुबेई प्रांत में युद्धाभ्यास के बारे में जानकारी दी थी। इसमें पठारी उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया। इस दौरान चीनी सेना ने भारत से लगती सीमा पर युद्ध के समय तेजी से भारी हथियार और सैन्य साजोसामान पहुंचाने की तैयारियों को भी परखा।

चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि पूरी प्रक्रिया को कुछ ही घंटों में पूरा कर लिया गया। जिसमें जरुरत पड़ने पर सीमा सुरक्षा को जल्द से जल्द मजबूत करने की चीन की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। चाइना सेंट्रल टेलीविजन (CCTV) ने बताया कि शनिवार को भारत से लगती सीमा के पास एक अज्ञात स्थान पर पीएलए वायु सेना के एयरबोर्न ब्रिगेड ने कई हजार पैराट्रूपर्स को सिविलियन एयरलाइंस, लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्टेशन चैनल और ट्रेनों के जरिए जल्द से जल्द तैनात किया गया।

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