पाक: 'जंग' के लिए इमरान ने बढ़ाया रक्षा बजट
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में लगभग हाथ खड़े कर चुकी पाकिस्तानी सरकार ने अपने डिफेंस बजट को 12 फीसदी बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी संसद में आज पेश किए गए बजट में इमरान सरकार ने ऐलान किया कि साल 2020-21 में डिफेंस पर 1.289 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये खर्च किया जाएगा। बता दें कि पाकिस्तान ने आर्थिक तंगी के कारण 2019-20 के डिफेंस बजट में 4.5 फीसदी की मामूली बढ़ोत्तरी ही की थी।
पाकिस्तान के खस्ताहाल हैं आर्थिक हालात
पाकिस्तान इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री इमरान खान खुद वैश्विक समुदाय से फंड देने की अपील कर चुके हैं। लॉकडाउन को लेकर भी उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में अगर फिर से पाबंदियां लगाई जाती है तो लोग भूखों मर जाएंगे। भुगतान संतुलन की खराब होती स्थिति, लगातार घटता विदेशी मुद्रा भंडार और इंपोर्ट बिल चुकाने में आ रही समस्या ने पाकिस्तानी सरकार को घुटनों के बल ला दिया है।
पाक में सेना तय करती है बजट में अपना हिस्सा
पाकिस्तान में सेना सर्वेसर्वा है और वही देश के बजट में अपना हिस्सा तय करती है। किसी जमाने में रक्षा बजट की हिस्सेदारी कुल बजट में 50 प्रतिशत तक पहुंच जाती थी। पाकिस्तान सरकार ने बीते कुछ साल में देश के रक्षा बजट में कटौती की है। कहा जा रहा है कि इस बार सेना ने ही रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया था
सैन्य बजट बढ़ाने की क्या है मजबूरी
हर बार तर्क देती है कि वह तीन मोर्चों पर दुश्मनों से घिरी हुई है। इसके अलावा वह गृहयुद्ध में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। पाकिस्तान भारत को अपना दुश्मन नंबर 1 मानता है लेकिन अफगानिस्तान के साथ भी उसके संबंध सही नहीं है। डूरंड रेखा को लेकर आजतक अफगानिस्तान के साथ उसके विवाद सुलझे नहीं हैं। दक्षिणी सीमा पर ईरान के साथ पाकिस्तान के संबंध सामान्य नहीं हैं। पाकिस्तान का ईरान के कट्टर दुश्मन सऊदी अरब के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। इसी कारण ईरान हमेशा पाकिस्तान को शक की नजर से देखता है।