कोरोना: चीन से अपनी कंपनियां वापस लाएगा US
कोरोना वायरस की महामारी का विश्व की राजनीति पर असर अब जुबानी जंग से आगे निकल चुका है। इस संकट के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते आ रहे अमेरिका ने अपनी कंपनियों की उत्पादन इकाइयों को चीन से वापस लाने की तैयारी कर ली है। इस संबंध में एक बिल सीनेट में पास कर दिया गया। इस बिल को
अमेरिकी सांसद मार्क ग्रीन ने पेश किया था।
भरोसेमंद साझेदार नहीं चीन
‘द ब्रिंग अमेरिकन कंपनी होम ऐक्ट’ के तहत इन कंपनियों को वापस लगाने की पूरी लागत और आयात पर लगने वाले आयात शुल्क को कवर करने के लिए कहा गया है। ग्रीन का कहना था कि देश अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अमेरिका में निवेश आकर्षित करना जरूरी है। हालांकि, अमेरिकी कंपनियों के लिए अपने देश आने में एक सबसे बड़ी बाधा लागत की होती है। वहीं, उन्होंने कहा था कि चीन भरोसेमंद साझेदार नहीं है। इसलिए चीन पर निर्भरता कम करने के जरूरत है।
ट्रंप का चीन पर हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर एक बार फिर चीन को निशाने पर लिया है। ट्रंप ने कहा है कि चीन ने दुनिया भर में जो ‘दर्द और नरसंहार’ का प्रसार किया है, वह उससे ध्यान हटाने की कोशिश के तहत व्यापक दुष्प्रचार अभियान चला रहा है। ट्रंप ने चीन द्वारा COVID-19 महामारी से निपटने को लेकर निराशा जताई और दावा किया कि चीन की अक्षमता की वजह से दुनिया भर में बड़े पैमाने पर लोगों की जान गई है।