Hubble से भी 100 गुना ज्यादा तेज WFIRST

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वॉशिंगटन
पिछले 30 साल से (नैशनल ऐरोनॉटिक्स ऐंड स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन) का स्पेस टेलिस्कोप अंतरिक्ष के नजारे पृथ्वी तक पहुंचा रहा है। ऐसी-ऐसी खगोलीय घटनाएं Hubble की नजरों से देखी गईं हैं जो न सिर्फ चमत्कार जैसी दिखती हैं, बल्कि कई अनसुलझे रहस्यों से पर्दा भी हटाती हैं। हालांकि, अब यह तस्वीर और ज्यादा साफ होने वाली है क्योंकि अमेरिकी स्पेस एजेंसी अब Hubble से भी ज्यादा तेज निगाहों के लिए तैयार है। NASA जल्द ही WFIRST () को लेकर ऐलान करने वाला है जिसकी क्षमता Hubble से 100 गुना ज्यादा है।

पांच साल के लिए तैयार किए गए NASA के WFIRST स्पेस टेलिस्कोप को डार्क एनर्जी, एग्जोप्लैनेट्स और इन्फ्रारेड ऐस्ट्रोफिजिक्स की बेहतर समझ के लिए डिजाइन किया गया है। NASA के Goddard Space Flight Cenre के डिवेलप किए गए WFIRST के पास एक प्राइमरी मिरर होगा जो Hubble की तरह ही 2.4 मीटर के डायमीटर (व्यास) का होगा। इसमें दो अहम इंस्ट्रूमेंट्स- Wide Field (WFI) और Coronagraph Instrument हैं जिनमें से Wide Field इसको Hubble से अलग बनाता है।

Hubble से ऐसे होगा अलग
NASA ने बताया है कि Wide field Instrument Hubble के मुकाबले 100 गुना ज्यादा एरिया देख सकेगा और कम समय में ज्यादा यूनिवर्स को कवर कर सकेगा। अल्ट्रावॉइलट वाले Hubble का मुख्य काम खास टार्गेट्स की हाई-डेफिनेशन वाली डीटेल्ड इमेज लेना और अनैलेसिस था। दूसरी और WFIRST को ऐसे डिजाइन किया गया है कि ज्यादा बड़े स्तर पर उतना ही साफ सर्वे कर सके।

ऐसे करेगा काम
इसका दूसरा Coronagraph Instrument (CGI) सितारों की रोशनी के रिफ्लेक्शन में एग्जोप्लैनेट्स (ऐसे ग्रह जो सोलर सिस्टम से बाहर किसी सितारे का चक्कर काटते हों, जैसे धरती), उनकी डायरेक्ट इमेजिंग में मदद करेगा। अभी तक मौजूद कोई भी ऑब्जर्वेटरी इतना सटीक काम नहीं कर सकता है। इसका मुख्य कारण सितारों से रिफ्लेक्ट होने वाली वह रोशनी है जिसकी मदद से WFIRST का CGI काम करेगा। आमतौर पर यह रिफ्लेक्ट होने वाली यह रोशनी 10 करोड़ गुना कम हो जाती है। CGI धरती जैसे ग्रहों को खोजकर अनैलेसिस कर सकेगा।

50 गुना ज्यादा डेटा की उम्मीद
अपने मिशन के दौरान WFIRST अरबों Galaxies की रोशनी को WFI के जरिए देखेगा और फिर आकाशगंगा के अंदरूनी हिस्से में माइक्रो-लेंस के जरिए करीब 2,600 एग्जोप्लैनेट्स खोजेगा। CGI पास के एग्जोप्लैनेट्स की हाई-कॉन्ट्रास्ट इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी करेगा। NASA का अनुमान है कि जितना डेटा Hubble ने उसे 30 साल में दिया है, WFIRST उससे 50 गुना ज्यादा नतीजे दे सकता है।

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