अम्फान: बांग्लादेश में 20 लाख सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को कहा कि देश में भीषण चक्रवात अम्फान आने के मद्देनजर 20 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और इस प्राकृतिक आपदा से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए सेना को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने देश के कुछ जिलों के लिए अलर्ट का स्तर ‘अधिक खतरे’ पर रखा है। चक्रवात देश के तटीय क्षेत्र के निकट पहुंच रहा है। इसे 2007 में देश में आए चक्रवात ‘सिद्र’ के बाद सबसे अधिक प्रचंड चक्रवात माना जा रहा है। ‘सिद्र’ से देश में 3,500 लोगों की मौत हुई थी।

हसीना ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद (एनडीएमसी) की बैठक में कहा, ‘हमारी तैयारी (चक्रवात अम्फान से निपटने की) है। हम वह हरसंभव कदम उठा रहे हैं जो हमें जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए उठाने चाहिए।’ एनडीएमसी का गठन महाचक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए किया गया है। ‘डेली स्टार’ समाचार पत्र ने अपनी खबर में प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, ‘चक्रवात पूर्व तैयारियों के तहत अभी तक 20 लाख लोगों को चक्रवात आश्रय केन्द्रों में पहुंचाया गया है।’

बीडीन्यूज24डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की सेना, नौसेना और वायुसेना ने चक्रवात से निपटने की तैयारी कर ली है। चक्रवात बांग्लादेश के तट से 400 किमी के भीतर आ गया है और बुधवार शाम तक इसके असर दिखाने की आशंका है। बांग्लादेश रेड क्रीसेंट सोसायटी (बीडीआरसी) का एक स्वयंसेवक बुधवार को तब डूब गया जब दक्षिण-पश्चिम पतुआखाली में ग्रामीणों को निकालने के दौरान नौका पलट गई। यह अम्फान से होने वाली पहली मौत है। बीडीआरसी के चक्रवात तैयारी कार्यक्रम से संबद्ध नुरुल इस्लाम खान ने बताया, ‘वह चार अन्य के साथ नौका पर था तभी अम्फान के प्रभाव में अचानक आयी एक आंधी ने नौका को पलट दिया। तीन अन्य इसमें किसी तरह से बच गए।’

अधिकारियों ने बताया कि इस बीच पतुआखाली में ज्वार तटबंध तोड़कर करीब 740 मकानों को बहा ले गया। अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों द्वारा अम्फान की तीव्रता के बारे में बताकर लोगों समझाने बुझाने के बाद वे पिछले कुछ घंटों में जोखिम वाले क्षेत्र में स्थित अपने मकान छोड़ने के लिए तैयार हुए। आपदा प्रबंधन मंत्री इनामुर रहमान ने बताया, ‘अभी तक 23,90,307 लोग करीब पांच लाख मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं। लोगों की अधिक संख्या को देखते हुए हमने चक्रवात आश्रय स्थलों की संख्या 19 दक्षिणी तटीय जिलों में 12,078 से बढ़ाकर 14,336 कर दी है।’

रिपोर्ट में कहा गया है कि नौसेना ने आपात राहत, बचाव और चिकित्सा अभियान चलाने के त्रिस्तरीय प्रयासों के तहत 25 नौकाओं को तैनात किया है। इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस डायरेक्टोरेट (आईएसपीआर) ने कहा कि दो समुद्री गश्त विमान और दो हेलिकॉप्टरों को भी बंगाल की खाड़ी और तटीय जिलों में खोज अभियानों के लिए तैयार रखा गया है।

आईएसपीआर ने कहा कि सेना ने राहत सामग्री के 18,400 पैकेट तैयार किए हैं और 71 मेडिकल टीमें गठित की हैं। साथ ही विशेष उपकरणों के साथ 145 आपदा प्रबंधन टीमें भी तैनाती के लिए तैयार हैं। इसने कहा कि वायुसेना छह परिवहन विमानों और 22 हेलिकॉप्टरों का उपयोग करके चिकित्सा, राहत और बचाव प्रयासों के साथ संभावित नुकसान का आकलन करेगी। बांग्लादेश मौसम कार्यालय ने इससे पहले दिन में दक्षिण-पश्चिम मोंगला और पायरा बंदरगाहों के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के लिए आज अपना सर्वोच्च ‘ग्रेट डेंजर सिग्नल’ जारी किया।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.