किम की सनक, ब्लू जींस पहनी तो 'कालापानी'
उत्तर कोरिया तानाशाह किम जोंग लंबे समय तक ‘अज्ञातवास’ में रहने के बाद भले ही बाहर आ गए हों लेकिन उनके सनक के खौफ से पूरे उत्तर कोरिया में हर कोई डरता है। यही वजह थी कि करीब 20 दिन तक गायब रहने के बाद भी किम जोंग उन के खिलाफ उत्तर कोरिया में किसी ने कुछ भी नहीं बोला। आम जनता में पैनिक का माहौल रहा लेकिन किसी ने भी किम के सनकभरे आदेशों का उल्लंघन नहीं किया। आइए जानते हैं कि उत्तर कोरिया की जनता को किम जोंग उन की किन-किन सनक का सामना करना पड़ता है….
तानाशाह किम जोंग खुद भले ही स्टाइलिश हेयर स्टाइल रखता हो लेकिन अपने देश की जनता के लिए बेहद सख्त नियम बना रखा है। उत्तर कोरिया में पुरुषों और महिलाओं के लिए सरकार की ओर से स्वीकृत किए गए 15 तरीके के हेयरकट हैं। इसमें पुरुषों के लिए लंबे बाल रखने की अनुमति नहीं है। अगर किसी ने 15 तरीके के हेयरकट से अलग कुछ किया तो अधिकारी खुद ही उसके बाल काट देंगे। कहा जाता है कि महिलाओं को किम जोंग उन की पत्नी के हेयर स्टाइल ‘क्लासिक बॉब’ को कॉपी करने के लिए कहा गया है।
तस्वीर-साभार डेली टाइम्स
किम जोंग उन ने दुनियाभर में बेहद लोकप्रिय नीली जींस को अपने देश में पहनने पर रोक लगा रखी है। अक्सर अमेरिका को धमकी देने वाले किम जोंग उन का मानना है कि नीली जींस अमेरिकी साम्राज्यवाद का प्रतीक है। किम ने पूरे देश में इंटरनेट के इस्तेमाल पर काफी प्रतिबंध लगा रखा है, इस वजह से उत्तर कोरिया के लोगों को पता नहीं चल पता है कि दुनिया में लोग कैसे रहते हैं। उन्हें यह पता नहीं चल पाता है कि वे किन प्रतिबंधों में जिंगदी गुजार रहे हैं।
किम जोंग उन के आदेशों को नहीं मानने वालों को जेल में डाल दिया जाता है। ये जेल कम यातना गृह ज्यादा होते हैं। इनके बारे में खुद उत्तर कोरिया के लोगों को ही बहुत कम जानकारी है। माना जाता है कि किम जोंग उन के दो तरीके कैंप हैं। राजनीतिक कैदियों के लिए नजरबंदी शिविर हैं। वहीं सामान्य अपराधियों के री एजुकेशन कैंप हैं। उत्तर कोरिया की ये जेल दुनियाभर में कुख्यात हैं। यहां कैदियों को बर्फ से भरे पानी में डाल दिया जाता है। दोषी कैदियों को आजीवन जेल में मरने के लिए छोड़ दिया जाता है।
नार्थ कोरिया में अगर कोई जेल भेज दिया गया तो उसके जिंदा वापस लौटने की कोई गारंटी नहीं होती है। हथियारों से लैस गार्ड कैदियों को यातना देते हैं। इस दौरान कई कैदियों की मौत हो जाती है। उत्तर कोरिया की जेलों से लौटे कैदियों के मुताबिक किम के सैनिक इतने क्रूर हैं कि हरेक कैदी से उनकी कब्र खुदवाते हैं ताकि मौत होने पर उसको दफनाया जा सके। यही नहीं मरे हुए लोगों के शव को खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ताकि पहाड़ी इलाकों में स्थित जेलों के आसपास पैदावार बढ़ाई जा सके।