WBOAPT: विजेंदर के पास ही रहेगा खिताब, 10 में से 3 राउंड झेल पाए चेका
नयी दिल्ली। भारत के सुपर स्टार प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेन्दर ङ्क्षसह ने तंजानिया के पूर्व विश्व चैंपियन फ्रांसिस चेका को शनिवार को तीसरे ही राउंड में नाकआउट कर अपने डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट खिताब का सफलता पूर्वक बचाव कर लिया।
प्रोफेशनल मुक्केबाजी के ङ्क्षकग बन चुके विजेन्दर की यह लगातार आठवीं जीत है। उन्होंने इसी स्टेडियम में गत 16 जुलाई को आस्ट्रेलिया के कैरी होप को 10 राउंड में जजों के एकमत फैसले से पराजित किया था लेकिन इस बार उन्होंने चेका को तीसरे राउंड में 57 सेकंड गुजरते ही नाकआउट कर दिया।
विजेन्दर का पूर्व विश्व चैंपियन चेका के जबड़े पर ऐसा पंच पड़ा कि वह बुरी तरह लडख़ड़ा गये और रेफरी ने उसी समय मुकाबला रोक दिया। विजेन्दर के मुकाबला जीतते ही स्टेडियम में मौजूद छह हजार दर्शकों ने विजेन्दर की जीत का शंखनाद बजा दिया और हर तरफ तिरंगा लहराया जाने लगा। किसी को उम्मीद नहीं थी कि मुकाबला इतनी जल्दी खत्म हो जायेगा। चेका के तमाम दावे धरे रह गये और विजेन्दर ने साबित कर दिया कि क्यों उन्हें ‘ङ्क्षसह इज ङ्क्षकगÓ कहा जाता है।
विजेन्दर और चेका के इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले को देखने के लिये त्यागराज स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। चेका ने शुक्रवार को दोनों मुक्केबाजों के वजन के बाद दावा किया था कि ङ्क्षरग में बेस्ट कौन होगा जबकि विजेन्दर ने कहा था कि सीटियां बजती रहेंगी और चेका पिटता रहेगा।
दोनों मुक्केबाजों को जब पहली बार आमने-सामने किया गया था तब विजेन्दर ने कहा था कि वह हरियाणवी ल_ से चेका को ठोक देंगे। लेकिन जिस मुकाबले की दर्शकों को उम्मीद थी वह देखने को नहीं मिला। पहले दो राउंड तो बड़ी शांति से गुजर गये और फिर जब लगा कि मुकाबले में तेजी आयेगी तो चेका अचानक ही धराशाई हो गये।
विजेन्दर का एक जोरदार पंच चेका के चेहरे पर लगा और वह लडख़ड़ाकर ङ्क्षरग के कोने में चले गये। उनके दांत का खोल गिर चुका था और रेफरी ने तुरंत ही हस्तक्षेप करते हुये मुकाबले को रोक दिया। दर्शकों को एकदम कुछ समझ में नहीं आया लेकिन विजेन्दर ने विजेता की मुद्रा में जैसे ही हाथ उठाकर जीत का जश्न मनाया पूरा स्टेडियम विजेन्दर के नारों और करतल ध्वनि से गूंज उठा।
जीत के बाद विजेन्दर ने कहा, मुझे विश्वास था कि मैं इस मुकाबले को जीत जाऊंगा क्योंकि मुझे यहां इतना अपार समर्थन मिला और हमेशा मिलता रहता है। इसके लिये मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं।
केन्द्रीय खेल मंत्री विजय गोयल, पद्म भूषण से सम्मानित कुश्ती गुरू महाबली सतपाल, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार, दिग्गज महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकाम और योग गुरू बाबा रामदेव नाइट आफ चैंपियंस मुकाबलों को देखने के लिये त्यागराज स्टेडियम में मौजूद थे।
विजेन्दर ने बेशक अपना आठवां मुकाबला जीत लिया लेकिन दिन का सबसे आकर्षक मुकाबला आस्ट्रेलिया के स्काट एडवर्ड और भारत के प्रदीप खरेरा के बीच रहा। छह राउंड के इस मुकाबले में आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज ने जजों के सर्वसम्मत फैसले से 58-56, 59-55, 58-56 से जीत हासिल की।
दोनों मुक्केबाज कई बार ङ्क्षरग में गिरे फिर उठे और लड़ते रहे। उनके एक-एक पंच पर दर्शक बल्लियों उछलते रहे। निश्चित रूप से नाइट आफ चैंपियंस का यह बेहतरीन मुकाबला था। हालांकि घरेलू दर्शकों को प्रदीप की हार से मायूसी हाथ लगी लेकिन इस मायूसी को विजेन्दर और दूसरे भारतीयों की जीत ने दूर कर दिया।
नाइट आफ चैंपियंस के अन्य मुकाबलों में धर्मेंद्र ग्रेवाल ने युगांडा के अबसी क्योबे को 40-36, 40-36 से, राजेश कुमार ने मोबार्का सेगुआ को 39-37, 37-38, 39-37 से, कुलदीप ढांडा ने इंडोनेशिया के एजी रोजटेन को 40-36, 40-36, 40-36 से और दीपक तंवर ने इंडोनेशिया के सुत्री योनों को तकनीकि नाकआउट आधार पर हराया।