सावरकर पर सियासत, पोते से नहीं मिले उद्धव
मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल की तरफ से स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के हत्यारे के बीच अवैध संबंधों को लेकर किए गए दावे पर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने आरोप लगाया है कि वह इस मसले पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने गए थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी मुलाकात नहीं कराई गई। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और शिवसेना पर निशाना साधा है।
वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे के पास मुझसे बात करने के लिए एक भी मिनट का समय नहीं है जबकि यह सावरकर जी के सम्मान से जुड़ा मुद्दा है। मैं इससे बेहद निराश हूं। यह सावरकर जी का अपमान है।’ इससे पहले, रंजीत सावरकर ने कहा था कि सावरकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी मामले में कांग्रेस सेवा दल, राहुल गांधी और अन्य लोगों पर जरूर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
कब तक बर्दाश्त करेगी शिवसेना?
दूसरी ओर, पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की आघाडी सरकार पर हमलावर रहे पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सावरकर मुद्दे पर भी कांग्रेस और शिवसेना का घेराव किया। फडणवीस ने कहा कि वीर सावरकर के खिलाफ की गईं इन टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने शिवसेना पर भी प्रहार करते हुए पूछा कि कब तक शिवसेना एक ऐसे शख्स का अपमान सहती रहेगी जिसने देश के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया।
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बता दें कि गुरुवार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल की ओर से आयोजित ट्रेनिंग कैंप में कार्यकर्ताओं को एक बुकलेट वीर सावरकर कितने ‘वीर’ बांटी गई थी। इसमें दावा किया गया था कि सावरकर और गोडसे के बीच शारीरिक संबंध थे। यह भी कहा गया था कि जब सावरकर 12 साल के थे तब उन्होंने एक मस्जिद पर पत्थर बरसाए थे।
चक्रपाणि ने राहुल को बताया समलैंगिक
गौरतलब है कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि सावरकर महान थे और रहेंगे। जो लोग उनकी आलोचना करते हैं, उनके दिमाग में गंदगी भरी हुई है। हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि ने भी इस बयान को बेहूदा बताते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने राहुल गांधी को समलैंगिक बताया था।
उमा और गिरिराज ने भी बोला हमला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा था। गिरिराज सिंह ने कहा कि वह दिन जब दूर नहीं जब कांग्रेस के लोग यह किताब पढ़ेंगे कि जिन्ना कैसे नेता थे। कांग्रेस के आदर्श जिन्ना हैं इसलिए वे सावरकर को गाली देते हैं। वहीं, उमा भारती ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गांधी परिवार जय श्रीराम और भारत माता की जय बोलेगा। महापुरुषों का अपमान करना कांग्रेस की आदत है। कांग्रेस का दिमागी संतुलना खो गया है। उन्होंने कहा कि उद्धव को मुख्यमंत्री का पद बहुत प्यारा है। वह इस्तीफा कब देंगे?