मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बस्तर संभाग में विकास और सुरक्षा कार्यों की समीक्षा बैठक
रायपुर:मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने आज दक्षिण बस्तर जिले के मुख्यालय दंतेवाड़ा में आयोजित बैठक में बस्तर संभाग में विकास कार्यों की प्रगति और सुरक्षा कार्यों की समीक्षा की। इस संभाग स्तरीय बैठक में उन्होंने बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाकों में सडक कनेक्टीविटी बढ़ाने के लिए संबंधित विभागों को बेहतर तालमेल के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्यों के लिए सुरक्षा के प्रबंध और सडक निर्माण करने वाले ठेकेदारों को स्थानीय स्तर पर निर्माण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। यदि सडक निर्माण हेतु ‘‘फारेस्ट क्लीयेरेंस’’ सम्बन्धी प्रकरण लंबित हैं, तो इन्हें जल्द निराकृत किया जाये।
श्री सिंह ने बस्तर अंचल की आम जनता को अधिक से अधिक संख्या में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। मुख्य सचिव ने लोक सुराज अभियान को चरणबद्ध ढंग से संचालित कर आम जनता की समस्या-शिकायतों के निवारण हेतु गंभीरता के साथ पहल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित किए जाएं।
मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने बस्तर संभाग की महत्वपूर्ण सडक परियोजनाओं तथा कार्यों की अद्यतन प्रगति की विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि बस्तर में विकास को अंदरूनी क्षेत्रों तक पहुँचाने और आम जनता को विकास में सहभागी बनाने में सड़कें सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। इसलिए सडक निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये। जिन सडकों के निर्माण के लिए समन्वय की जरूरत है, वहां विभागीय समन्वय के माध्यम से कार्य में तेजी लायें।
मुख्य सचिव ने सड़क निर्माण में लापरवाही करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने सडक निर्माण कार्यों के साथ ही पुल-पुलिया निर्माण कार्यों को दु्रत गति से संचालित कर नियत समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बरसात के पूर्व पुल-पुलिया के कार्यों को अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करने की जरूरत पर जोर दिया।
मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने सडक निर्माण, रेल लाईन निर्माण तथा नवीन आयरन ओर माईंस के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने, वहीं नक्सल ऑपरेशन के लिए रणनीति अपनाकर इस समस्या को समूल नष्ट करने की आवश्यकता बतायी। उन्होने सुरक्षा व्यवस्था हेतु नये थाने तथा कैम्प खोलने के प्रस्तावों पर अतिशीघ्र पहल करने निर्देश दिया। मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने बस्तर संभाग की बसाहटों को जोडने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण कार्यों के लिए स्थानीय स्तर पर समन्वय सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत रोजगारमूलक कार्यों को नियमित रूप से संचालित कर अधिकाधिक जरूरतमंद परिवारों को रोजगार सुलभ कराया जाए।
वनाधिकार पट्टेधारी किसानों की भूमि समतलीकरण कराने, तालाब-डबरी निर्माण के कार्य के साथ किसानों को मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाये। इसके साथ ही गोठान निर्माण एवं कुक्कुट शेड बनाये जाने पहल कर ग्रामीणों को पशुपालन तथा कुक्कुटपालन के लिए सहायता दी जाये। उन्होंने बस्तर अंचल में कडकनाथ कुक्कुटपालन को बढ़ावा देने पर जोर देते कहा हि उक्त नस्ल के कुक्कुटपालन के लिए ग्रामीणों को मदद दी जाये।
मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत आवास निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने और सम्बन्धित हितग्राहियों को नियमित रूप से मार्गदर्शन प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होने पहुँचविहीन इलाकों में निर्माण सामग्री की अनुपलब्धता तथा परिवहन की दिक्कतों को मद्देनजर रखते हुए ऐसे क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार स्थानीय रूप से उपलब्ध निर्माण सामग्री का उपयोग कर आवास निर्माण कराने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव ने वन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान आगामी 31 जनवरी तक तेन्दूपत्ता बोनस राशि का भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुकमा जिले की विषम भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान रखते हुए शिविर लगाकर संग्राहकों को नकद भुगतान किया जाए। बस्तर कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर ने बस्तर संभाग के दूरस्थ क्षेत्रों में दूरभाष व इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने के संबंध में विशेष प्रयास करने की जरूरत बतायी।
उन्होने सभी जिलों में दूरस्थ क्षेत्रों में परिवहन सुविधायें के विस्तार पर जोर दिया। बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री बी.व्ही.आर. सुब्रमण्यम, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.पी. मंडल, अपर मुख्य सचिव वन विभाग श्री सी.के. खेतान, पुलिस महानिदेशक श्री ए.एन. उपाध्याय तथा पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपरेशन श्री डी.एम. अवस्थी ने भी अधिकारियों को बस्तर अंचल में विकास गतिविधियों को सुनिश्चित करने के लिए समन्वय के साथ काम करने की जरूरत बतायी।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक श्री विवेकानंद सिन्हा, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण श्री डी.के. प्रधान, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री सुंदरराज पी, बस्तर संभाग के मुख्य वन संरक्षक, संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमंडलाधिकारी सहित लोक निर्माण, छत्तीसगढ़ ग्रामीण सडक अभिकरण, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।