स्मार्ट सिटी के रूप में रायपुर का तेजी से बदलने लगा है स्वरूप : डॉ. रमन सिंह
रायपुर : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि रायपुर शहर का स्वरूप स्मार्ट सिटी के रूप में तेजी से बदलने लगा है। पहले देश के विकसित हो रहे 90 शहरों में से रायपुर शहर का स्थान 40-50वें नम्बर पर होता था, जो अब इसके सुनियोजित और व्यवस्थित विकास के फलस्वरूप रायपुर शहर का नाम देश के तीसरे नम्बर में होने लगा है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने आज शाम राजधानी रायपुर स्थित कटोरा तालाब संवर्धन परियोजना का लोकार्पण करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री रमेश बैस ने की। लगभग साढ़े पांच एकड़ रकबे में कटोरा तालाब का संवर्धन छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा प्रदत्त साढ़े तीन करोड़ रूपए की राशि से किया गया है। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत, विधायक श्री श्रीचंद सुंदरानी, महापौर श्री प्रमोद दुबे, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव और पर्यावरण संरक्षण मंडल के अध्यक्ष श्री अमन कुमार सिंह सहित नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस अवसर पर कहा कि राजधानी रायपुर को हरा-भरा और स्वच्छ तथा सुन्दर शहर बनाने के लिए हर संभव पहल की जा रही है। इसके तहत जनसुविधाओं के लिए आवश्यक संसाधन तेजी से विकसित किए जा रहे हैं। इनमें सुगम यातायात के लिए सड़क, बायपास रोड, एक्सप्रेस हाईवे ही नहीं, अपितु आधुनिकता के अनुरूप ऑक्सीजोन, ई-लाईब्रेरी, वाई-फाई, ओपन जिम तथा लोगों के मनोरंजन सुविधा के लिए उद्यानों के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहर को हरा-भरा बनाने हर साल काफी तादात में पौध रोपण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने रायपुर शहर के विकास की कड़ी में कटोरा तालाब संवर्धन परियोजना में तेजी से हुए कार्य के लिए पर्यावरण संरक्षण मंडल सहित जिला कलेक्टर श्री ओ.पी. चौधरी तथा आयुक्त नगर निगम श्री रजत बंसल सहित जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों और पदाधिकारियों को बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लोक सभा सांसद श्री रमेश बैस ने कहा कि रायपुर शहर के विकास में दिनों-दिन काफी परिवर्तन दिखाई देने लगा है। यहां समय के अनुरूप ऑक्सीजोन, ई-लाईब्रेरी जैसे नये-नये कई महत्वपूर्ण संसाधन विकसित कर रायपुर शहर का सुनियोजित विकास किया जा रहा है। इनमें शहर के बीचों-बीच विकसित हो रहे ऑक्सीजोन की चर्चा संयुक्त राज्य अमेरिका के यू.एस. न्यूज जैसे खबरों में होने लगी है। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर शहर के मध्य में लोगों को घूमने-फिरने के लिए मैरीन ड्राईव की तरह ही कटोरा तालाब का भी बहुत महत्व होगा। पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत ने कहा कि रायपुर शहर छत्तीसगढ़ की राजधानी है और इसे स्मार्ट सिटी के रूप में पहचान देने के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि कटोरा तालाब संवर्धन परियोजना के तहत तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ योगा जोन, ओपर एयर जिम, मार्निंग व इवनिंग वाक के लिए पाथवे के साथ बच्चों के मनोरंजन के लिए चिल्ड्रन जोन तथा सेल्फी जोन आदि विकसित किया गया है। कटोरा तालाब में छत्तीसगढ़ की संस्कृति और समृद्धि के द्योतक प्रदेश के 36गढ़ों और 9 महत्वपूर्ण नदियों की झलक भी दिखायी दे रही है। यहां उद्यान में बनाए गए 18 मीटर व्यास के बड़े कटोरे में 36 कटोरे बनाए गए हैं, जो प्रदेश के प्राचीन 36 गढ़ों को निरूपित कर रहे हैं, वहीं इन कटोरों से होकर गुजर रही 9 जल धाराएं प्रदेश की 9 महत्वपूर्ण नदियों को रूपांकित कर रही हैं। यह पूरी संरचना छत्तीसगढ़ की पहचान धान के कटोरे और उसकी संस्कृति को प्रदर्शित कर रही है। तालाब के चारों तरफ पीपल के 36 पेड़ों के साथ ही नीम, अमलताश, बांस सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा 20 चौपाटी और पार्किंग व्यवस्था सहित सुन्दर लाईटिंग की गई है।