जन कल्याणकारी योजनाओं पर कोई ध्यान नहीं : झाविमो
रांची : झाविमो का आरोप है कि राज्य में रघुवर दास की सरकार एक भी उपलब्धि बताने की स्थिति में नहीं है. एक ऐसी उपलब्धि नहीं बता सकते हैं, जिस पर बहुसंख्यक जनता ने मुहर लगायी हो. झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा है कि पिछले 17 वर्षों में ऐसी भ्रष्टतम, जन भावनाओं के विपरीत और तानाशाही नहीं देखी. यह सरकार लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं से कोसों दूर रही. श्री यादव शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
झाविमो नेता ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई और कल्याणकारी योजनाओं पर सरकार का ध्यान नहीं रहा. स्कूल में बेंच-डेस्क को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं. राज्य के 66 विद्यालयों में प्लस-टू के एक भी छात्र पास नहीं किये. 1336 अपग्रेड स्कूलों में प्राचार्य नहीं हैं, 89 मॉडल स्कूल में प्रधानाध्यापक के साथ-साथ स्थायी शिक्षक नहीं हैं. राज्य के पांच विश्वविद्यालयों के दर्जनों विभाग में बिना विभागाध्यक्ष व शिक्षक के बच्चे पास कर रहे हैं. 13 पॉलिटेक्निक कॉलेज और 27 आइटीआइ कॉलेजों के प्राचार्य नहीं हैं.
स्वास्थ्य सेवा और बिजली आपूर्ति की हालत बदतर
श्री यादव ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा की बदतर स्थिति है. 4500 स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक तो दूर, बिजली-पानी की व्यवस्था नहीं है. राज्य सरकार तीन बार में जरूरत के हिसाब से चिकित्सक बहाल नहीं कर पायी. राज्य सरकार कहती है कि झारखंड को बिजली का हब बनायेंगे.
पहले राज्य में 600 से 700 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था. अभी 250 मेगावाट बिजली पैदा नहीं हो रही है. तीन वर्ष में पीटीपीएस को बेचने का काम किया गया. श्री यादव ने कहा कि 17 वर्षों में 44 हजार से घटकर स्टाइपन 15 हजार हो गया. सरकार की नीतियों के कारण 50 हजार छात्र छात्रवृत्ति से वंचित हो गये.
लोकायुक्त के पर कतर दिये हैं इस सरकार ने
झाविमो विधायक दल के नेता श्री यादव ने कहा कि राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारियों को एक पुख्ता गिरोह बना कर नीतियों में परिवर्तन करने का काम किया गया. लोकायुक्त के पर कतर दिये गये. मोमेंटम झारखंड के नाम अरबों रुपये बहाये गये.