सम्मेलन में राष्ट्रपति कोविंद हुए नाराज, रोक दिया अपना भाषण
अमरावती: राष्ट्रपति जैसी शख्सियत को अपना भाषण बीच में रोकना पड़ जाए, ऐसा अक्सर नहीं होता। लेकिन आंध्र प्रदेश के अमरावती में इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन कांफ्रेंस के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना भाषण कुछ देर रोकना पड़ा।
हुआ यूं कि कांफ्रेंस के दौरान कोविंद मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। श्रोताओं में प्रतिनिधियों के साथ विद्यार्थी भी मौजूद थे। आयोजकों को लगा कि ये काफी देर से कार्यक्रम का इंतजार कर रहे थे, लिहाजा इन्हें खाने व पीने की चीजें दे दी जाएं। कोविंद के भाषण के बीच में ही उन्हें खाने के पैकेट वितरित किए जाने लगे, लेकिन इससे अफरातफरी मच गई।
समारोह स्थल पर शोरगुल के साथ आपाधापी की स्थिति बन गई। मौजूद लोगों का ध्यान कोविंद के संबोधन के बजाए खाने के पैकेटों पर था। राष्ट्रपति को यह स्थिति नागवार गुजरी और उन्होंने भाषण बीच में रोक दिया। आयोजकों से अपील की कि कुछ देर के लिए खाने का वितरण बंद करा दें। खाने की वितरण तो तत्काल बंद करा दिया गया पर स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को मैदान में उतरना पड़ गया। जब हालात सामान्य हुए तब कहीं जाकर कोविंद ने भाषण फिर से शुरू किया। खाने का वितरण बाद में किया गया।
आंध्रा फाइबर ग्रिड का उद्घाटन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अमरावती में चंद्रबाबू नायडू सरकार की महत्वाकांक्षी योजना फाइबर ग्रिड का उद्घाटन किया। इससे प्रदेश के सभी हिस्सों व लोगों को हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। कोविंद ने कहा कि आज के दौर में सरकार को हर समय आन लाइन, आन टाइम और हर समय तत्पर रहना होगा। इससे हर नागरिक को केबल सुविधा भी मिलनी शुरू हो जाएगी।
उन्होंने एपी सर्विलांस प्रोजेक्ट के साथ एपी ड्रोन प्रोजेक्ट की भी श्रीगणेश किया। उनका कहना था कि तकनीक एक ऐसी चीज है जिसकी जरूरत हर व्यक्ति को है। इंटरनेट की सुविधा सुलभ हो तो किसान घर बैठे अपने उत्पाद के खरीदार तलाश कर सकता है। वह खेती से जुड़ी नई तकनीकों के साथ भी तालमेल बिठा सकता है। वर्चुअल क्लासरूम की सराहना करते हुए वह बोले कि इससे ग्रामीण व शहरी इलाकों के विद्यार्थियों के बीच का अंतर कम होगा।
उन्होंने राज्य सरकार की रियल टाइम गवर्नेस स्कीम की भी प्रशंसा की। कोविंद ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि राज्य सरकार ड्रोन के जरिये सरकार की कार्यप्रणाली से लोगों को जोड़ रही है। यह प्रणाली सुरक्षा को भी चाक चौबंद बना रही है। इस दौरान राज्यपाल एएसएल नरसिम्हन, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के साथ सुप्रीम कोर्ट के जज एनवी रामना भी मौजूद रहे।