अगर बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो देश में क्यों नहीं: नीतीश
नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री और जद-यू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की कामयाबी के फायदे गिनाते हुए कहा है कि शराबबंदी सही मायने में सांप्रदायिक और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है, इसलिए पार्टी कार्यकत्र्ताओं को इसे दिल्ली सहित पूरे देश में लागू करने के लिए आंदोलन के रूप में चलाने का आह्वान किया है।
कुमार ने रविवार को जद-यू की दिल्ली इकाई के कार्यकत्र्ता सम्मेलन में पार्टी के दिल्ली में विस्तार के लिए शराबबंदी के अलावा अनधिकृत कालोनियों के नियमितीकरण जैसी वे समस्याएं उठाने को कहा जो सामाजिक बदलाव का प्रतीक बनें। उन्होंने सभी धर्मों में शराब के निषेध का हवाला देते हुए कहा, ‘‘शराबबंदी का विरोध करने वाले कांग्रेस एवं अन्य राजनीतिक दलों के नेता बताएं कि अगर बिहार और गुजरात में इस सामाजिक बुराई को खत्म करने का फैसला सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है तो पूरे देश में शराबबंदी क्यों नहीं?’’