ईडी की कार्रवाई के बाद फिर गरमायी बिहार की राजनीति

ईडी की कार्रवाई के बाद फिर गरमायी बिहार की राजनीति
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पटना : विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के लारा प्रोजेक्ट की पटना स्थित तीन एकड़ जमीन ईडी द्वारा अटैच करने के बाद उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा है कि उनके परिवार को उम्मीद थी कि उनकी संपत्ति को अटैच किया जा सकता है. पर अब तक चार्जशीट नहीं हुई. एफआईआर सीबीआई ने की थी. चार्जशीट नहीं की है. ईडी ने उनकी संपत्ति को अटैच किया है तो कर ले. अब तो ईडी और इनकमटैक्स आपस में लड़ेंगे कि किनका अटैचमेंट सही है.

जब कोर्ट में मामला आयेगा तब इस पर बहस होगी. इस मामले में तो कुछ साबूत ही नहीं है. अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि ईडी द्वारा सामान्य प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की गयी है. लेकिन यह बात समझ में नहीं आ रही है कि वह जब खुद दो बार ईडी के पास गये, उनकी मां राबड़ी देवी उपस्थित हुईं. मेरा परिवार ईडी को पूरा सहयोग कर रहा है. उनके जो भी सवाल हैं, उसका जवाब दिया गया. फिर ईडी किसके दबाव में आकर काम कर रही है. केंद्र द्वारा एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा हे.

न सिर्फ उनके परिवार बल्कि जितने भी विरोधी दल के नेता हैं, उनके खिलाफ सेंट्रल एजेंसिया कार्रवाई कर हैं. जयशाह की कंपनी को 16 हजार गुना मुनाफा होता है और उसको लेकर सवाल उठाये जाते हैं, तो कार्रवाई क्यों नहीं होती. राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यह किया गया है. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. सच की जीत होती है. आखिर 150 दिनों हो गयी चार्जशीट क्यों नहीं की जा रही है. चार्जशीट बनाने का प्रयास किया जा रहा है, पर इनको कुछ मिल नहीं रहा है. इनके पास एक भी साबूत नहीं है. बताएं कि क्राइम आॅफ मनी क्या है. यह पैसा कहां से आया है, क्या हुआ है. रेलवे के टेंडर में घोटाला हुआ भी है कि नहीं, इस पर बात चल रही है.

रेल मंत्रालय का आईआरसीटीसी से कोई लेना-देना नहीं रहता है. वह चाहते हैं कि जल्द चार्जशीट हो जाये. चार्जशीट होने के बाद उनके जितने भी आरोप हैं उसका पब्लिक डोमन में आकर  एक-एक करके जवाब देंगे. जो सच्चाई है वह सामने लायेंगे. सुशील मोदी की इतनी कंपनियां हैं, संपत्ति है. रेखा मोदी और जयशाह पर कोई कार्रवाई नहीं होती.

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