इस बार न भतीजा ठीक कर सकता है न ही बुआ : अमित शाह

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इटावा. बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह इस समय सपा के सियासी गढ़ इटावा में रैली कर रहे हैं. उन्‍होंने सपा में मचे घमासान को लेकर रैली की शुरुआत की. अमित शाह ने यह भी कहा कि ढाई साल में मोदी सरकार पर विपक्ष भी भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं लगा पाई है. जबकि सपा और कांग्रेस लगातार भ्रष्टाचार करती रही है. अमित शाह की इटावा रैली में लोगों से यह शपथ दिलवाई गई कि दिवाली पर एक दिया शहीद की याद में भी जरूर जलाएं.

अमित शाह की इटावा रैली से सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. वहीं बीजेपी इस रैली के जरिये मुलायम के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस ने पानी, जमीन, आकाश, पाताल हर जगह घोटाला किया. रैली के शुरू में शाह ने कहा कि लखनऊ तक आवाज जानी चाहिए, बीजेपी की बहुमत से सरकार बनेगी.

संकल् रैली दिया गया नाम

अमित शाह की इस रैली को सफल बनाने के लिए ‘संकल्‍प महारैली ‘ नाम दिया गया है, ये रैली इटावा के नुमाइश मैदान में होने जा रही है. मुलायम सिंह के गृह जिले में हो रही रैली के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि इस रैली के जरिए अमित शाह सपा परिवार में चल रही अनबन को भुनाने की कोशिश करेंगे. इटावा और औरेया में 6 विधानसभा सीटें हैं. इस समय सभी सीटें समाजवादी पार्टी के पास हैं और बीजेपी की इसपर नजर है.

रैली में बीजेपी ने लगाई पूरी ताकत

बीजेपी ने इस रैली को सफल बनाने के लिए पिछले दिनों बपसा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए बृजेश पाठक की दी है. रैली के बाद गुरुवार शाम अमित शाह लखनऊ में वरिष्ठ नेताओं के साथ आगामी 5 नवम्बर से शुरू होने वाली चार परिवर्तन यात्रा की योजनाओं के बारे में चर्चा करेंगे. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की मानें तो इटावा की ये रैली ऐतिहासिक होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी की यह रैली समाजवादी पार्टी के कुशासन के खिलाफ है. रैली में दो लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.

अचानक गुजरात से दिल्ली लौटे थे अमित शाह

यूपी में सपा में चल रही कलह से बन रहे राजनीतिक हालात के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को अपने गुजरात दौरे से अचानक दिल्ली लौट आए. अमित शाह का दो से तीन दिन तक गुजरात में रहने और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के लिए पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात का कार्यक्रम था.

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