मधुबनी में एसडीओ-डीएसपी घूस लेते गिरफ्तार

मधुबनी में एसडीओ-डीएसपी घूस लेते गिरफ्तार
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पटना : निगरानी विभाग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए मधुबनी िजले के जयनगर के एसडीओ मो गुलाम मुस्तफा अंसारी और डीएसपी चंदन पुरी को गिरफ्तार कर लिया. वे ट्रांसपोर्टर से एक ट्रक पटाखा छोड़ने के एवज में रिश्वत ले रहे थे. एसडीओ को एक लाख रुपये व डीएसपी 50 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया. इस मामले में तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. इनमें एसडीओ कार्यालय का कर्मचारी, डीएसपी का अंगरक्षक और  जयनगर चैंबर ऑफ काॅमर्स का सचिव भी शामिल हैं. चैंबर सचिव के बारे में बताया जा रहा है कि ये बिचौलिये के रूप में शामिल थे.
सभी को पकड़ने के बाद निगरानी की टीम उन्हें लेकर पटना रवाना हो गयी. जानकारी के मुताबिक सुबह करीब 8:30 बजे निगरानी की टीमें महाराज कनिष्क कुमार के नेतृत्व में जयनगर पहुंची.
दो अलग-अलग टीमें बनायी गयी थी. ट्रांसपोर्टर रामविलास साह को एक लाख रुपये देकर एसडीओ के आवास पर भेजा गया. वहीं, दूसरी टीम के साथ ट्रांसपोर्टर के भाई रामवृक्ष साह को डीएसपी के यहां भेजा गया. बताया जा रहा है कि जैसे ही एसडीओ ने घूस के एक लाख रुपये लिये, उन्हें निगरानी की टीम ने पकड़ लिया, जबकि 50 हजार रुपये लेते हुए डीएसपी को पकड़ा गया. दोनों को उनके आवास से पकड़ा गया. इसके बाद मामले में संलिप्त डीएसपी के अंगरक्षक प्रमोद कुमार दूबे, एसडीओ कार्यालय के कर्मी बैद्यनाथ यादव और जयगगर चेंबर ऑफ कामर्स के सचिव पवन यादव को भी निगरानी ने गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के अनुसार करीब 15 दिन पूर्व एसपी के आदेश पर जयनगर पुलिस ने दिन में ट्रांसपोर्टर रामबृक्ष साह के गोदाम में अवैध पटाखा होने की सूचना पर छापेमारी की थी. बाद में उसी रात एसडीओ गुलाम मुस्तफा अंसारी व डीएसपी चंदन पुरी ने भी गोदाम पर छापेमारी की. इसी दौरान मामले को दबाने के लिए इन अधिकारियों के साथ दो लाख रुपये पर बात तय हुई थी. इसके बाद इन अधिकारियों की ओर से बार- बार स्थानीय बिचौलिये के माध्यम से तय रकम की मांग की गयी. रुपये नहीं देने पर ट्रांसपोर्टर को गंभीर मामले में फंसाने की धमकी भी दी जा रही थी.
इस बीच ट्रांसपोर्टर ने निगरानी से संपर्क किया और पूरे मामले की जानकारी दी. निगरानी की ओर से पहले मामले की सच्चाई का पता लगाया गया और पड़ताल में जब मामला सच निकला, तो दोनों अधिकारियों को दबोचने के लिए डीएसपी महाराज कनिष्क कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसके बाद अधिकारियों की दो अलग-अलग टीमें बना कर ट्रांसपोर्टर को अधिकारियों के आवास पर भेजा गया था. घटना की पुष्टि करते हुए एसपी दीपक बरनवाल ने कहा कि निगरानी की टीम ने एसडीओ व डीएसपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
डीएसपी की पत्नी बोलीं, मेरे पति को गलत तरीके से फंसाया
डीएसपी चंदन पुरी 14 माह पहले ट्रांसफर होकर जयनगर आये थे. दो दिन पहले ही वह  छुट्टी से लौटे थे. इसके बाद ही निगरानी के हत्थे चढ़ गये. इधर, डीएसपी की  पत्नी ने मामले में दुर्भावना से फंसाये जाने का आरोप निगरानी व टांसपोर्टर  पर लगाया है. उन्होंने कहा है कि मेरे पति ने कभी भी रिश्वत नहीं ली है.  गुरुवार को भी रिश्वत की बात कही नहीं थी. जानबूझकर गलत तरीके से फंसाया  गया है.
चैंबर ने पवन को बताया निर्दोष
इधर गिरफ्तार चैंबर के  सचिव पवन यादव के बचाव में महासचिव आये. चैंबर महासचिव अनिल बैरोलिया ने  कहा कि पवन निर्दोष हैं. उन्होंने कहा कि बीते साल छठ पर्व के दौरान तार  टूटने से हादसा हुआ था. इस साल चैंबर ने दीवाली व छठ के दौरान सुरक्षा को  लेकर पहल की थी. इसके लिए पवन गुरुवार की सुबह डीएसपी चंदन पुरी के आवास पर  उनसे मिलने गये थे, जहां पर निगरानी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
विवादित रहा था एसडीओ का कार्यकाल
तीन साल पूर्व जयनगर में पदस्थापित रहे एसडीओ गुलाम मुस्तफा अंसारी का कार्यकाल  कई बार विवादों में रहा. कुछ माह पूर्व पटना स्थित आवास पर काम कर रही एक  नाबालिग के साथ एसडीओ के परिजनों ने मारपीट की थी, जिसकी उस समय काफी चर्चा  हुई थी.
मामले को लेकर प्राथमिकी भी हुई थी. पंचायत चुनाव में लदनियां में  मतगणना में कथित तौर पर गलत तरीके से वोटों की गिनती किये जाने के कारण भी  एसडीओ सुर्खियों में रहे थे. 13 अप्रैल, 2013 को मो गुलाम मुस्तफा अंसारी  जयनगर एसडीओ का पदभार ग्रहण किया था.
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