इंडिगो की घटना पर मंत्रालय ने डीजीसीए से मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने इंडिगो के कर्मचारियों द्वारा एक विमान यात्री पर किए गए हमले की निंदा की है। उन्होंने इस घटना पर विमानन नियामक डीजीसीए से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोई भी सभ्य समाज घूंसेबाजी को सहन नहीं करेगा। बुधवार सुबह इंडिगो प्रमोटर राहुल भाटिया ने केंद्रीय मंत्री और नागरिक उड्डयन सचिव आरएन चौबे के साथ बैठक की।
राजू ने बुधवार को कहा कि नागरिक उड्डयन ब्यूरो (बीसीएएस) इस बात की जांच करेगा कि प्रक्रियाओं का पालन किया गया था या नहीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया और बीसीएएस के पास नोटिस भेजी जाएगी कि आखिर प्रक्रियाओं का पालन क्यों नहीं किया गया? हमें उल्लंघन नहीं करना चाहिए। यह सही नहीं है। क्या घूंसेबाजी होनी चाहिए, आखिर क्या है यह?’ राजू ने आगे कहा कि विमान कंपनी की तरफ से उल्लंघन खतरनाक है।
क्या है मामला
दिल्ली हवाई अड्डे पर 15 अक्टूबर को इंडिगो के कर्मचारियों ने कात्याल नाम के एक यात्री की पिटाई कर दी। मंगलवार को इस घटना का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में कर्मचारी यात्री की पिटाई करते दिखे। हालांकि वीडियो में यह नहीं पता चल रहा है कि पहले किसने हमला किया था।
इंडिगो ने कर्मचारियों का बचाव किया
इंडिगो एयर लाइन ने बुधवार को सरकार से माफी मांगी। लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि उसके कर्मचारी अपना काम कर रहे थे। इंडिगो के प्रेसिडेंट और पूर्णकालिक निदेशक आदित्य घोष ने नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू को भेजे गए पत्र में कहा है कि घटना के ही दिन यात्री से माफी मांगी गई है। उन्होंने लिखा है कि घटना में शामिल कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। यात्री कात्याल के साथ मारपीट करने वाले अपने कर्मचारी जुबी थॉमस का उन्होंने बचाव भी किया है।