प्रधानमंत्री आवास की तरफ जा रहे बीएचयू के छात्र हिरासत में
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन देने के लिए जंतर-मंतर से प्रधानमंत्री आवास की तरफ जा रहे बीएचयू के छात्रों को दिल्ली पुलिस ने गुरुवार कोॉ हिरासत में ले लिया. पुलिस के अनुसार इनमें आठ लड़के और एक लड़की थी. हालांकि, हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद ही उन्हें रिहा कर दिया गया. इन छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं मिला.
पहली बार बनी महिला चीफ प्रॉक्टर
दूसरी तरफ गुरुवार को छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर बैकफुट पर आए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने प्रॉक्टोरियल बोर्ड का मुखिया बदल दिया है. बीएचयू की नई चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रोयाना सिंह को बनाया गया है.
शनिवार देर रात छेड़खानी के विरोध में धरने पर बैठी छात्राओं को हटाने के लिए वाराणसी पुलिस ने बल प्रयोग किया था. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने वाराणसी के कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी थी. कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव राजीव कुमार को भेज दी जिसमें उन्होंने इस घटना के लिए बीएचयू प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था. इससे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रा के साथ कथित छेड़छाड़ और पुलिस के लाठीचार्ज की घटना के बाद मचे बवाल के बीच संस्थान के चीफ प्रॉक्टर प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बुधवार (27 सितंबर) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक छात्रा ने छेड़छाड़ की शिकायत की थी. उसने आरोप लगाया था कि जब वह परिसर के भीतर ही अपने छात्रावास की ओर लौट रही थी तो मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उसके साथ छेड़छाड़ की. बृहस्पतिवार (21 सितंबर) को हुई इस घटना के खिलाफ कुछ छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया. कुछ विद्यार्थियों ने कुलपति से उनके आवास पर मिलने की कोशिश की जिसके बाद हिंसा फैल गयी. स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया.