बीएचयू : छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में निकाला जुलूस
इलाहाबाद : बीएचयू में छेड़खानी के विरोध में आंदोलन कर रहीं छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रविवार को विश्वविद्यालय से बालसन चौराहा तक जुलूस निकाला और नुक्कड़ सभाएं कीं। इस दौरान बीएचयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई।
जुलूस फोरम फॉर कैम्पस डेमोक्रेसी के बैनर तले निकाला गया, जिसमें इंकलाबी छात्र मोर्चा, दिशा छात्र संगठन, एआईडीएसओ, आइसा, जनवादी छात्र सभा, सीवाईएसएस समेत विभिन्न प्रगतिशील एवं जनवादी छात्र संगठन और छात्र-छात्राएं शामिल रहे।
फोरम के संयोजक रितेश ने कहा कि बीएचयू में छात्राओं से छेड़खानी करने वाले लंपट बीएचयू प्रशासन की शह पर बेखौफ घूमते रहते हैं और स्त्री विरोधी मानसिकता वाला प्रशासन ऐसी तमाम घटनाओं पर लड़कियों को ही जिम्मेदार ठहराता है।
छात्राओं ने जब संगठित होकर इसका विरोध किया तो उन पर बर्बरता से लाठीचार्ज किया गया, हॉस्टलों और लॉज में घुसकर पीटा गया। जुलूस में शामिल छात्राओं ने आम नागरिकों से भी इस आंदोलन में सहयोग मांगा।
इस दौरान अंजलि, शक्ति रजवार, हरिकेश त्रिपाठी, दीपक, अंजनि, दिनेश चौधरी, सूरज कुमार बौद्ध, अंगद, अन्नू सिंह, रणविजय, अमित, चंदन, सुनील, सुजीत, नीशू, सुमन, प्रतिभा, मानविका, सुशील आदि मौजूद रहे।
उधर, सांसद प्रमोद तिवारी ने छात्राओं पर लाठीचार्ज की कि निंदा करते हुए कहा है कि यह शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में एक बेटी का छेड़खानी से बचने के लिए सिर मुंडवाना पड़ रहा है। उनका आरोप है कि मोदी सरकार न सच्चाई देखना, न सुनना और न ही बोलना चाहती है।
डब्ल्यूएसएस की डॉ. संध्या पांडेय, पद्मा सिंह, सीमा आजाद, स्वाती आजाद और पीयूसीएल की संगठन सचिव सीमा आजाद ने बीएचयू की छात्राओं पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा है कि बीएचयू कैम्पस के अंदर महिला विरोधी माहौल पर वीसी मौन हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मुकुंद तिवारी, एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव विवेकानंद पाठक और कांग्रेस नेता तारिक सईद अज्जू ने बीएचयू के कुलपति को तानाशाह करार देते हुए छात्राओं के आंदोलन को समर्थन दिया है और कुलपति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।