भारत ने अफगानिस्तान के लिए 116 परियोजनाओं की घोषणा की
न्यूयॉर्क :भारत ने अफगानिस्तान के 31 प्रांतों में उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास की 116 परियोजनाओं का ऐलान किया है। कुछ सप्ताह पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान के आर्थिक विकास में भारत की मदद मांगी थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच हुई मुलाकात के दौरान इन परियोजनाओं के बारे में फैसला किया गया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर दोनों की मुलाकात हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं को बताया, भारत और अफगानिस्तान ने अफगानिस्तान के 31 प्रांतों में उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास की 116 परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा, इन परियोजनाओं के अलावा भारत ने छह नई परियोजनाओं में सहयोग का प्रस्ताव दिया है। इनमें से एक वापस आने वाले अफगान शरणार्थियों के लिए सस्ते मकान की परियोजना है। कुमार ने कहा कि इस मुलाकात में सुषमा और गनी ने दोनों देशों के बीच नई विकास साझेदारी के बारे में भी चर्चा की।
पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प द्वारा युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में भारत के लिए ज्यादा बड़ी भूमिका की वकालत करने को लेकर अमेरिका के सामने आपत्ति दर्ज कराई थी। देश की शीर्ष राजनयिक ने बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश सचिव तहमीना जांजुआ ने कहा कि प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस से मुलाकात के दौरान ट्रम्प द्वारा उनकी नई अफगान नीति में भारत के लिए ज्यादा बड़ी भूमिका की वकालत करने को लेकर चिंता जताई।
अब्बासी और पेंस का मिलना ट्रम्प के 21 अगस्त को अफगानिस्तान एवं दक्षिण एशिया को लेकर अपनी नीति की घोषणा करने के बाद से दोनों देशों के बीच सर्वोच्च स्तर पर हुआ पहला संपर्क था। ट्रम्प ने अपनी नई नीति में पाकिस्तान को आतंकी समूहों के समर्थन के लिए चेतावनी दी थी और आगाह किया था कि अगर उसने ऐसा करना बंद नहीं किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। पाकिस्तान की परेशानियां बढ़ाते हुए ट्रम्प ने भारत से अफगानिस्तान में और बड़ी भूमिका निभाने के लिए कहा था।